National Panchayati Raj Day: पंचायत शब्द दो शब्दों 'पंच' और 'आयत' से मिलकर बना है. पंच का अर्थ है पांच और आयत का अर्थ है सभा.पंचायत को 5 सदस्यों की सभा कहा जाता है, जिसमें स्थानीय लोगों के विकास के लिए काम किया जाता है.
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National Panchayati Raj Day: हर साल 24 अप्रैल को पंचायती राज मंत्रालय राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (National Panchayati Raj Day) के रूप में मनाता है, क्योंकि इस दिन 73वां संविधान संशोधन लागू हुआ था. सरकार द्वारा पंचायती राज संस्थानों को समर्थन देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के प्रयास के तहत इस दिन कई तरह के आयोजन किए जाते हैं. राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आज PM मोदी गांव की समृद्धि के लिए समावेशी विकास का शुभारंभ करेंगे.
CM मनोहर लाल ने दी शुभकामनाएं
पंचायती राज दिवस के अवसर पर CM मनोहर लाल ने ट्वीट करके सभी पंचायती राज संस्थाओं व उनके प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी.
देश-प्रदेश की उन्नति में बेहद महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाली हमारी सभी पंचायती राज संस्थाओं व उनके प्रतिनिधियों को पंचायती राज दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आइए, हम सब साथ मिलकर इन्हें और अधिक सशक्त बनाने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करें।#NationalPanchayatiRajDay
— Manohar Lal (@mlkhattar) April 24, 2023
पंचायत का शाब्दिक अर्थ और महत्व
पंचायत शब्द दो शब्दों 'पंच' और 'आयत' से मिलकर बना है. पंच का अर्थ है पांच और आयत का अर्थ है सभा.पंचायत को 5 सदस्यों की सभा कहा जाता है, जिसमें स्थानीय लोगों के विकास के लिए काम किया जाता है. देश में पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है, रिपन ने साल 1882 में स्थानीय संस्थाओं को उनका लोकतांत्रिक ढांचा प्रदान किया था. इसके तहत गांवों को विकसित बनाने के लिए पंचायत की ओर से उचित कदम उठाए जाते हैं. बलवंत राय मेहता समिति के सुझावों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सबसे पहले 2 अक्टूबर 1959 को राजस्थान के नागौर जिले में पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया था.
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केंद्र सरकार पंचायती राज संस्थाओं को सक्षम और सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसी क्रम में पंचायती राज संस्थाओं में 9 विषयों में सतत विकास का लक्ष्य रखा गया है.
1- गरीबी मुक्त और बढ़ी हुई आजीविका गांव
2- स्वस्थ गांव
3- बच्चों के अनुकूल गांव
4- जल पर्याप्त गांव
5- स्वच्छ और हरित गांव
6- आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव
7- सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण और सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव
8- सुशासन वाला गांव
9- महिला मित्र गांव.
एक आंकड़ों के अनुसार भारत में कुल 2.51 लाख पंचायतें हैं, जिनमें 2.39 लाख ग्राम पंचायतें, 6904 ब्लॉक पंचायतें और 589 जिला पंचायतें शामिल हैं. इन पंचायतों में लगभग 29 लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधि हैं, जो अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रहे हैं.
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कोट्स
'जब पंचायत राज स्थापित हो जाएगा, तो जनमत वह करेगा जो हिंसा कभी नहीं कर सकती' -महात्मा गांधी
'समग्र प्रगति और जमीनी स्तर की भागीदारी के माध्यम से, हमारी सरकार 'ग्राम उदय से भारत उदय' को एक वास्तविकता बनाने की दिशा में काम कर रही है' -PM नरेंद्र मोदी