Noida News: नोएडा में रहने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. शहर में सिटी बस चलाने की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है. जल्द ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस के 22 रूट्स पर ये सुविधा शुरू की जाएगी. शुरुआत में 100 इलेक्टिक बसें चलाने की योजना है. इन बसों का संचालन करने वाली कंपनी को ही खर्च का वहन भी करना होगा. नोएडा प्राधिकरण द्वारा केवल इंफ्रास्ट्रक्चर और डिपो तैयार करके दिए जाएंगे. आय के स्त्रोत प्राधिकरण को खुद ही खोजने होंगे. 


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लोगों को राहत
इलेक्टिक बसों का संचालन शुरू होने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेसवे के लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. अभी इस रूट पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर सिर्फ ऑटो चलते हैं, जिनमें आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऑटो से आने-जाने में समय और पैसे दोनों ज्यादा लगते हैं. इलेक्टिक बसों का संचालन शुरू होने के बाद लोगों के पैसे और समय दोनों बचेगा. 


इन रूट्स पर बस चलाने की तैयारी
- बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से दादरी बस स्टॉप वाया सूरजपुर
- बॉटनिकल गार्डन से संपूर्णम ग्रेनो वेस्ट
- बॉटनिकल गार्डन से न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन
- बॉटनिकल गार्डन से कश्मीरी गेट आईएसबीटी
- बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से डिपो मेट्रो स्टेशन वाया ग्रेटर नोएडा स्टेडियम
- शारदा यूनिवर्सिटी से जीबीयू वाया कासना
- शशि चौक से ऐस सिटी
- बिरला इंस्टीट्यूट से नोएडा सेक्टर-62
- सेक्टर-62 से एनएसईजेड मेट्रो
- सेक्टर-62 से दादरी वाया सुरजपुर
- परिचौक से आनंद विहार बस अड्‌डा
- परी चौक सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन
- परिचौक से जेवर वाया रबुपुरा
- दादरी से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन
- दादरी से जीबी यूनिवर्सिटी वाया कासना
- सेक्टर-12-22 से कासना
- तिगरी गोलचक्कर से रजनीगंधा चौराहा
- एक मूर्ति चौक से जीबी यूनिर्वसिटी गेट नंबर 3


कोरोना महामारी में बंद हुआ बसों का संचालन
नोएडा में कोरोना महामारी के पहले एसी बसों का संचालन होता था, जो साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान बंद हो गया. जब दोबारा बसों को शुरू करने की तैयारी की गई तो घाटा होने का हवाला देते हुए इस पर रोक लगा दी गई. दरअसल, तब बसों के संचालन में होने वाले घाटे का वहन प्राधिकरण को करना पड़ रहा था. इसके बाद बसों के संचालन का अनुबंध खत्म कर दिया गया. अब एक बार फिर प्राधिकरण बसों का संचालन शुरू करने की तैयारी में है, लेकिन इस बार घाटे का वहन कंपनी को करना होगा.