Noida News: छलेरा से फेज टू तक के मार्ग पर लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए जून 2020 में भंगेल एलिवेटेड रोड का निर्माण शुरू हुआ था, लेकिन लागत पर विवाद की वजह से अब तक प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया है. नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में अब निर्णय लिया गया है कि एलिवेटेड रोड के 90 मीटर लंबे हिस्से में चौड़ाई आधा मीटर तक कम की जाएगी. इस रूट पर पड़ने वाली दो इमारतों को भी तोड़ा जाएगा. 


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दरअसल वाहन चालकों की समस्या के मद्देनजर 4 साल पहले सेक्टर-41 अघापुर से एनपीईजेड सेक्टर-82 तक एलिवेटेड रोड बनाने का फैसला किया गया था. साढ़े किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड के निर्माण में करीब 500 करोड़ रुपये खर्च आएगा. भंगेल से सलारपुर के बीच के मार्ग पर स्थित दो इमारतें इस रोड के बीच आ रही हैं.


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रोड बनाने के लिए पहले नोएडा प्राधिकरण ने दोनों इमारतों को करीब 2.5 मीटर तोड़ने का मन बनाया था, लेकिन अब निर्णय लिया गया कि एलिवेटेड रोड के सिर्फ 90 मीटर हिस्से में दोनों ओर सड़क की चौड़ाई को आधा मीटर कम किया जाए. ऐसा करने से अब करीब डेढ़ फीट तक ही इमारत को तोड़ा जाएगा, जिससे इमारतों और एलिवेटड रोड के स्ट्रक्चर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 


अगले साल बनकर हो जाएगा तैयार 
इस एलिवेटेड रोड को दिसंबर 2022 तक बन जाना चाहिए था, लेकिन लागत पर बात नहीं पाने से इसका काम बंद हो गया था. प्राधिकरण अधिकारियों का दावा है कि अब एलेवेटेड रोड बनाने का काम तेजी से चल रहा है. अगले 8-10 महीने में इसका काम पूरा कर लिया जाएगा. डीएससी रोड पर बनाए जा रहे छह-लेन वाले एलिवेटेड रोड के चालू होने के बाद अघापुर और सेक्टर 82 के बीच यातायात की आवाजाही आसान हो जाएगी. वाहन चालकों को छलेरा, बरौला और भंगेल के व्यस्त मार्केट से नहीं गुजरना पड़ेगा.