7 वर्षीय बच्ची को 20 महीने बाद मिला इंसाफ, सजा सुनते ही आरोपी को आया हार्टअटैक
7 वर्षीय दलित बच्ची से दुष्कर्म करने वाले आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इसके अलावा आरोपी पर 50 हजार का अर्थदंड भी लगाया गया है. घटना के बाद से आरोपी जेल में बंद है, लेकिन जैसे ही आरोपी को सजा सुनाई गई तो आरोपी को हार्टअटैक आ गया.
नोएडाः गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय ने 7 वर्षीय दलित बच्ची से दुष्कर्म करने वाले आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इसके अलावा आरोपी पर 50 हजार का अर्थदंड भी लगाया गया है. जुलाई माह साल 2021 में घटना को आरोपी द्वारा अंजाम दिया गया था. घटना के बाद से आरोपी जेल में बंद है, लेकिन जैसे ही आरोपी को सजा सुनाई गई तो आरोपी छाती पर हाथ रखकर जमीन पर बैठ गया.
आरोपी ऐसा करने लगा कि उसको हार्टअटैक आया है, लेकिन पुलिस ने उसका ढोंग पकड़ लिया. उसको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया. विशेष लोक अभियोजन जेपी भाटी ने बताया कि जुलाई माह वर्ष 2021 में लालू यादव नामक एक मिस्त्री सूरजपुर में रहने वाले एक व्यक्ति के घर पर मकान बनाने का काम कर रहा था. वह जिस व्यक्ति के घर पर काम कर रहा था.
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उसकी सात वर्ष की बेटी को पड़ोसी की छत पर ले जाकर दुष्कर्म किया था. घटना को अंजाम देकर वह भाग रहा था, तभी घटना से 200 मीटर की दूरी पर लोगों की भीड़ ने लालू को धर दबोचा. दोषी पर 50 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया गया है. अर्थदंड नहीं देने पर आरोपी को एक साल का अतिरिक्त कारावास काटना होगा.
उन्होंने आगे बताया कि केस की जांच तत्कालीन एसीपी सूरजपुर पीपी सिंह ने की है. पुलिस ने दाखिल चार्जशीट में यह भी बताया है कि घटना के बाद मौके पर एकत्र हुई भीड़ ने लालू की पिटाई कर दी थी. उसके सिर, हाथ और पैर में कई जगह गंभीर चोट आई थी. जेल भेजने के बाद उसको अस्पताल में कई दिनों तक उपचार चला था.
(इनपुटः बलराम पांडेय)