Mahadev Gaming App: महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप मामले में नोएडा पुलिस ने 16 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया. इन सभी को फरवरी महीने में नोएडा पुलिस ने करोड़ो रुपये के साथ गिरफ्तार किया था.  अब पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट मे एक नई एफआईआर दर्ज की है.  गैंग का सरगना दुबई में बैठकर महादेव गेमिंग एप चला रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या था पूरा मामला
नोएडा पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप मामले में बड़ी कामयाबी हासिल की है. नोएडा के थाना सेक्टर-39 की पुलिस ने ऑनलाइन गेम फ्रॉड करने वाले 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन सभी पर फर्जी गेम के माध्यम से देशभर के लोगों से चार अरब रुपये ठगने का आरोप है. इनके पास से 1 करोड़ 86 लाख रुपये भी सीज किए गए हैं. इन पर आरोप है कि इन्होंने 20 से अधिक बैंक अकाउंट्स में पैसों की हेराफेरी की है. पुलिस के अुनसा ऐप का मुख्य सरगना दुबई में बैठा है. पुलिस का दावा है कि उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस के अनुसा इस ऐप के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हैं.


सोशल मीडिया के जरिए लोगों से करते थे संपर्क
यूपी के डीसीपी हरीश चंद ने कहा कि डी 39 के सेक्टर-108 में फर्जी ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड का संचालन पिछले एक महीने से किया जा रहा था. जब इस अपराध की भनक नोएडा पुलिस को लगी  तो एसीपी के नेतृत्व में छापेमारी कर 16 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया. इन आरोपितों में से अधिकतर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपी महादेव बुक एप के जरिये लोगों को झांसे में लाकर लाखों रुपये की ठगी करते थे. सोशल मीडिया के जरिये लोगों से संपर्क कर उनसे गेम खेल कर पैसे कमाने का झांसा भी दिया करते थे.


गेम की शुरुआत पांच सौ रुपये से करते थे
इस मामले में डीसीपी ने बताया कि गेम की शुरुआत 500 रुपये से शुरू होती थी. इस दौरान हारे हुए लोगों को भी जीता हुआ दिखाकर उनके पैसे डबल कर भेज दिए जाते थे. इस वजह से लोग भी धीरे-धीरे झांसे में आने लगे और लाखों रुपये गेम में लगाने लगे. इस दौरान जैसे ही अमाउंट एक लाख से अधिक हो जाता था तो ये लोग कस्टमर का अकाउंट ब्लॉक कर पैसे का ट्रांजैक्शन कर लेते थे.


ये भी पढ़ें- Diwali: चंडीगढ़ में फ्री में बांटे जा रहे हैं गोबर के दीये, होता है धार्मिक महत्व


छत्तीसगढ़ पुलिस ने भी की थी छापेमारी
इस मामले में बीते दिनों छत्तीसगढ़ पुलिस ने भी ग्रेटर नोएडा में छापेमारी कर नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. ये लोग भी महादेव बुक ऐप की सहायता से करोड़ों रुपये की ठगी करते थे. जब दूसरे राज्य की पुलिस ने छापेमारी की तो शहर में हड़कंप मच गया. सूरजपुर थाने में दूसरे राज्य की पुलिस द्वारा बिना जानकारी छापेमारी करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस कार्रवाई के बाद नोएडा पुलिस ने भी एक गैंग का खुलासा किया है. हालांकि नोएडा पुलिस का यह दावा है कि ये गैंग दूसरा है.


Input- Anuj Tomar