नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर-93A स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट ट्विन टावर गिराने की प्रक्रिया एक बार फिर रुक गई है. दरअसल 2 अगस्त से ट्विन टावर को गिराए जाने के लिए विस्फोटक लगाए जाने का काम शुरू किया जाना था, लेकिन नोएडा पुलिस की एनओसी नहीं मिल पाने की वजह से विस्फोटक लगाने का काम शुरू नहीं हो पाया.


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लगभग 4 हजार किलो विस्फोटक का होगा इस्तेमाल
दोनों टावर में आज से विस्फोटक लगाने का काम शुरू किया जाना था, जिसकी तैयारी में दोनों टावर में 10 हजार सुराख किए गए हैं. इन सुराखों में लगभग 3700 किलो विस्फोटक भरा जाना है. 


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ट्विन टावर को गिराए जाने के लिए विस्फोटक का उपयोग किया जाना है, इसके लिए सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CBRI) के क्लीयरेंस देगी, जिसके बाद नोएडा पुलिस विस्फोटक लगाने के लिए एनओसी देगी. 


सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CBRI) इन रिपोर्ट को देखने के बाद देगी क्लीयरेंस
1. ट्रॉयल ब्लास्ट के बाद तैयार किया गया नया ब्लास्ट डिजाइन 
2. ब्लास्ट के दौरान ब्रिटेन की कंपनी की ओर से तैयार वाइब्रेशन रिपोर्ट
3. ब्लास्ट के बाद मलबे को हटाने का प्लान
4. टेस्ट ब्लास्ट की रिपोर्ट
5. वाइब्रेशन मानिटरिंग रिपोर्ट
6. डस्ट क्लाउड


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CBRI इन सभी रिपोर्ट का एनालिसिस करने के बाद ही अपना क्लीयरेंस देगा और फिर विस्फोटक लगाने का काम शुरू हो पाएगा. क्लीयरेंस मिलने में हो रही देरी की वजह से ट्विन टावर को गिराने के लिए निर्धारित समय भी आगे बढ़ सकता है. पहले टावरों को तोड़ने के लिए 21 अगस्त का समय निर्धारित किया गया है. 


6 अगस्त को होगी बैठक
6 अगस्त को ट्विन टावर को गिराए जाने के मामले में एक बैठक की जाएगी, जिसमें डिमोलिशन का फाइनल प्रस्तुतीकरण होगा. इस बैठक के बाद विस्फोटक लगाने का काम शुरू हो सकता है.