Nuh Violence: नूंह में हुई हिंसा के बाद इसकी आग गुरुग्राम तक पहुंची. यहां न जाने कितने बेकसूर लोगों के घर और दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई. दंगों के दर्द के बाद उनके पास आंसू बहाने के सिवाएं कुछ नहीं था. ऐसे ही एक शख्स कल्लू मियां हैं, जिनकी बादशाहपुर सेक्टर 67 में स्थित छोटी सी दुकान को दंगाईयों ने 1 अगस्त को फूंक दिया था और राख में तब्दील कर दिया था. इस दुकान से ही कल्लू मियां अपनी दो वक्त की रोटी कमाते थे. कल्लू मियां के इस दर्द को किसी ने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. इसके बाद हिंदू-मुस्लिम की डोर डगमगा न सके इसके लिए एक हिंदू महिला योगिता ने न केवल कल्लू मियां के दर्द को समझा, बल्कि कल्लू मियां की मदद को लेकर हाथ आगे बढ़ाते हुए उनकी फूंकी हुई दुकान को फिर से संवारने का बीड़ा उठाया, जिसके बाद योगिता ने अपने एनजीओ की मदद से कल्लू मियां की जली हुई दुकान के पास ही एक दुकान बनवा उनको सौंप दिया है.


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दुकान को किया हरा-भरा करने का वादा
योगिता ने कल्लू मियां को उनकी दुकान सौंपकर पूरी दुकान को हरा-भरा करने का वायदा भी किया है. उन्होंने कल्लू मियां की परेशानी को सोशल मीडिया के जरिए देखा था, जिसके बाद मदद करने का फैसला लिया. योगिता ने ये भी कहा की कल्लू मियां जैसे और प्रताड़ित लोगों की वह मदद करेंगी.


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योगिता ने लोगों को दिया जवाब
विडियो में योगिता ने उन लोगों को भी करारा जवाब दिया है, जो आपसी भाईचारा और माहौल को बिगाड़ने में लगे हैं. योगिता ने कहा की अगर कल्लू मियां को कोई परेशान करेगा तो वह उनको फोन करे और योगिता उन्हें करारा जवाब देने का काम करेंगी. दंगाइयों को जवाब देते हुए योगिता ने कहा की चाहे कितने भी दंगाई आ जाए परंतु जो लोग इनकी मदद करने वाले हैं वो सौ गुणा, हजार गुणा नहीं बल्कि लाखों गुणा ज्यादा हैं और वह अब कल्लू जी के साथ खड़े हैं.


सुचारू रूप से दुकान किया शुरू
योगिता ने बताया की हिंदू संगठन जोड़ता है तोड़ता नहीं है. क्योंकि हिंदू समाज में बताया गया है की इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं है और अगर आप किसी का बुरा करोगे तो आप हिंदू नहीं हो. बल्कि हिन्दू के नाम पर धब्बा हो. योगिता ने कल्लू मियां को आश्वासन दिया कि वह खुद एक दूसरे संप्रदाय से हैं और उनके संप्रदाय में कभी भी ऐसी बातें नहीं सिखाई गई हैं, जिसमें किसी का नुकसान हो. ऐसे में कल्लू मियां सहमे- सहमे से मुस्कुराते हुए नजर आए और कल्लू मियां ने अपनी दुकान खोलकर अपनी जिंदगी को सुचारू रूप से शुरू कर दिया है.


INPUT- Devender Bhardwaj