Nuh Violence News: राज्य के 4 जिलों की इंटरनेट सेवा की बंद, संवेदनशील इलाकों में लगेंगे CCTV कैमरे
Nuh Violence News: हरियाणा सरकार ने हालातों को देखते हुए राज्य के 4 जिलों की इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. साथ ही कोर्ट ने प्रशासन को आदेश दिए हैं कि संवेदनशील इलाकों में CCTV कैमरे लगाएं और उनका डाटा सुरक्षित रखें.
Nuh Violence News: नूंह में हुई हिसां के बाद हरियाणा के 4 जिलों की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, 31 जुलाई को हुई इस हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 2 होमगार्ड भी शामिल हैं. वहीं हिंसा को लेकर राज्य के 9 जिलों में धारा 144 लागू की गई है. वहीं प्रशासन ने हालातों को देखते हुए गुरुग्राम, पलवल, नूंह में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की हैं.
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बता दें कि 31 अगस्त यानी सोमवार को हुई हिंसा के बाद नूंह में आज भी कर्फ्यू जारी है. इसके साथ ही गुरुग्राम और पलवल दोनों जिले तनाव में हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि छोटे-छोटे ग्रुप हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं. वहीं हालातों को देखते हुए प्रशासन ने 5 अगस्त की आधी रात तक नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम में मानेसर, पटौदी व सोहना इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है.
नूंह में हुई हिंसा में 2 होमगार्ड गुरसेवक और नीरज के अलावा नूंह के भादस गांव का शक्ति, पानीपत का अभिषेक, गुरुग्राम के इमाम और बादशाहपुर के प्रदीप शर्मा की मौत हुई है.
बता दें कि नूंह की हिंसा के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दिल्ली-NCR के 23 इलाकों में रैलियां करने का ऐलान किया है. इसको लेकर कई इलाकों में प्रदर्शन हुआ. वहीं रैलियों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई. वहीं मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट नेअधिकारियों को आदेश दिए कि रैलियों के दौरान कोई भी हेट स्पीच और हिंसा न होने दें. वहीं प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में CCTV कैमरे लगाएं और उनके फुटेज सुरक्षित रखें. जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस या पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात करें.
वहीं हिंसा से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि जिन लोगों ने नुकसान किया है, उन्हीं से भरपाई कराई जाएगी. हर व्यक्ति की सुरक्षा न पुलिस, न आर्मी और न समाज कर सकता है. सुरक्षा के लिए वातावरण बनाना पड़ता है. इसके लिए पीस कमेटी, एडमिनिस्ट्रेशन के लोग लगे हैं. पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया है. दंगाइयों में भय बनाना पड़ता है.
वहीं हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 26 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है और 116 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले की जांच करते हुए राज्य के DGP पीके अग्रवाल ने कहा कि मोनू मानेसर के वीडियो समेत हिंसा से जुड़े हर तथ्य की बारीकी से जांच होगी. इसके लिए हमने SIT बना दी है और हर टीम को 7 से 8 केस जांच के लिए दिए जाएंगे.