मोबाइल का IMEI नंबर बदलकर Flipkart को लगाया लाखों का चूना, कंपनी में काम करने वाले 3 ठग गिरफ्तार
Palwal Crime News: फ्लिपकार्ट कंपनी में काम करने वाले तीन लोग सस्ते मोबाइल के आईएमईआई नंबर के तीन अंक बदलकर उन्हें महंगे दामों में दिखाकर कंपनी को भेजा करते थे. जिससे उन्होंने कंपनी को लाखों का चूना लगाया है.
Palwal Crime: पलवल अपराध जांच शाखा (Palwal Crime Investigation Branch) पुलिस ने धोखाधड़ी करके फ्लिपकार्ट कंपनी (Flipkart) में काम करने वाले तीन आरोपियों को पकड़ा है. जो कंपनी को लाखों रुपये का चूना लगाने का काम कर रह थे. तीनों आरोपी फ्लिपकार्ट कंपनी (Flipkart Company) के होडल ब्रांच में कार्य कर रहे हैं.
बता दें कि आरोपी कंपनी के रिकॉर्ड में सस्ते मोबाइल फोन के आखिरी के तीन डिजिट बदलकर उसको महंगा फोन बना देते थे. फिर उस को बदलने के नाम पर कंपनी से पैसा ले लिया करते थे. इसी तरह से अब तक कंपनी को वे लोग करीब 11 लाख रुपये का चूना लगा चुके हैं. तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा, जिसके बाद उन्हें पुलिस रिमांज पर लेगी. रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से और भी कई बड़े खुलासे होने की संभावना है.
पलवल अपराध जांच शाखा प्रभारी अनिल कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि फ्लिपकार्ट कंपनी के एरिया मैनेजर राजेश कुमार ने 19 मई को होड़ल थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि आदर्श कॉलोनी पलवल निवासी सुभाष, नूह निवासी रणजीत, होड़ल निवासी नरेश और कुछ अन्य कर्मचारियों द्वारा फ्लिपकार्ट कंपनी पर मोबाइल फोन खरीदकर फरोख्त में कंपनी के मोबाइल फोन और रुपयों का गबन करके कंपनी के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी की है. जोकि उनकी होड़ल ब्रांच में काम करते हैं.
इस मामले में होड़ल की अपराध जांच शाखा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को हसनपुर चौक होड़ल से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियों से यह बात सामने निकलकर आई है कि वह फ्लिपकार्ट कंपनी के सस्ते मोबाइल के आखिर के आईएमईआई नंबर के तीन अंक बदलकर उन्हें महंगे दामों में दिखाकर कंपनी को भेजा करते थे. इसी वजह से कंपनी को अब तक 11 लाख 3 हजार 750 रुपये का चूना लगा चुके हैं. पुलिस का कहना है कि अब तीनों आरोपियों को अदालत में पेश करके गहन पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा. रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से और भी कई बड़े खुलासे होने की संभावना है. साथ ही पुलिस ने कहा कि रिमांड के दौरान आरोपियों से यह भी पता किया जाएगा कि उनके साथ इस धोखाधड़ी में कितने और कौन-कौन लोग शामिल हैं.
Input: Rustam Jakhar