Padma Award 2024 Haryana Winners List: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया. इस साल  5 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्मश्री पुरस्कार दिए जाएंगे. इन पुरस्कारों में हरियाणा के 4 लोगों का नाम भी शामिल है, जिन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में योगदान के लिए पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. हरियाणा के डॉ. हरिओम को खेती में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए, डॉ. रामचंद्र सिहाग को साइंस एंड टेक्नोलॉजी, महावीर सिंह गुड्डू को कला, और गुरविंदर सिंह को सामाजिक कार्य के लिए पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. 


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डॉ. हरिओम
कुरुक्षेत्र निवासी प्राकृतिक खेती प्रोजेक्ट के स्टेट एडवाइजर डॉक्टर हरिओम का नाम पद्मश्री अवार्ड के लिए घोषित किया गया है. डॉ. हरिओम का नाम  घोषित होने के बाद उनके परिवार, रिश्तेदारों में खुशी का माहौल है. इस मौके पर डॉक्टर हरिओम से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यपाल आचार्य देवव्रत का आभार व्यक्त करते हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें  पद्मश्री अवार्ड उनका प्राकृतिक खेती में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया जा रहा है. आज के समय में प्राकृतिक खेती बहुत ज्यादा जरूरी है. डॉ. हरिओम ने बताया कि कल शाम को उनके पास फोन आया तब उन्हें पता चला कि उनका नाम पद्मश्री अवार्ड के लिए घोषित किया गया है. उन्होंने कहा कि वह देश के अलग-अलग हिस्सों के कई वैज्ञानिकों व अधिकारियों को अब तक ट्रेनिंग दे चुके हैं. गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्राकृतिक खेती में राष्ट्रपति, गवर्नर व देश के अलग-अलग हिस्सों से वैज्ञानिक भी आ चुके हैं, जिनको वह प्राकृतिक खेती का महत्व बता चुके हैं.


महावीर सिंह गुड्डू
जींद के रहने वाले 62 वर्षीय वर्षीय महावीर सिंह गुड्डु को कला के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा, वो हरियाणवी वेशभूषा में डांस करने के साथ ही चिमटा, बीन, बांसुरी और शंख बजाते हैं. 


रामचंद्र सिहाग 
71 वर्षीय रामचंद्र सिहाग एचएयू हिसार के बेसिक साइंस कॉलेज के डीन रह चुके हैं, उन्हें  साइंस एंड टेक्नोलॉजी में बेहतक कार्य करने के लिए पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा. रामचंद्र सिहाग ने मधुमक्खी पालन, फसल परागण पारिस्थिति, मछली रोग विज्ञान, पर्यावरण जीव विज्ञान में कई रिसर्च की हैं. 


गुरविंदर सिंह 
सिरसा के रहने वाले गुरविंदर सिंह ने 6,000 से अधिक दुर्घटना पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं को मुफ्त एंबुलेंस की सेवा भी दी है. खुद चलने में असमर्थ होने के बाद भी निराश्रितों की सेवा करने वाले गुरविंदर सिंह को सामाजिक कार्य के लिए केंद्र सरकार की तरफ से पद्मश्री पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है. 


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