Palwal Crime News: पलवल में एक अलग ही मामला सामने आया है. दिल्ली के एक इलाके से वर्ष 2015 में 22 वर्षीय युवती घर से निकलकर सड़कों पर भटकती रही. सड़क ही उसका घर बन गया. दुकानदारों की मदद से उसे जीने के लिए दो रोटी मिलती रही, लेकिन मानसिक रूप से विक्षिप्त इस युवती को करीब ढाई वर्ष पहले किसी ने हवस का शिकार बना लिया और बाद में यह युवती एक बच्ची की मां भी बन गई.


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पलवल कुसलीपुर चौक के निकट सड़कों पर रहने के दौरान किसी समाज सेवी ने इसकी सूचना जब पुलिस को दी तो क्राइम ब्रांच की टीम ने युवती का रेस्क्यू किया. फटे हालत में मिली इस युवती का जब मेडिकल कराया गया तो यह पांच महीने की गर्भवती निकली. दुखद बात तो यह है की जिसे अपने खानं और पहनने का होश ही नहीं था, उसे अपनी हवस का शिकार बनाने बनाने वाले उन दरिंदों को रहम क्यों नहीं आया.


बरहाल पुलिस टीम ने उसे पूछताछ के बाद उसे एक आश्रम में भिजवा दिया. आश्रम में युवती ने बच्ची को जन्म दिया और धीरे-धीरे कई महीनों के बाद उसकी मानसिक स्थिति में इतना सुधार आया कि वह अपने घर का पता बताने में समर्थ हो गई कि उसके तीन भाई वह दो बहने भी हैं. एक बहन की मौत भी हो चुकी है. अब पुलिस की मदद से युवती को दिल्ली से परिवार जनों को बुलाकर मिलवाया गया. 8 साल बाद अपने परिवार के सदस्य से मिलने के बाद दिल्ली से आए परिजन बेहद भाव विभोर हो उठे. ऐसे में दो सवाल उठते हैं एक तो समाज का वह हिस्सा है, जिसने इस युवती को न केवल उपचार देने में मदद की बल्कि उसे उसके परिवार से भी मिलवाया. वहीं दूसरी और इसी समाज के वह दरिंदे भी हैं, जिन्होंने इसे हवस का शिकार बनाया.


Input: Rushtam Jakhar