Palwal Crime News: पलवल कैंप थाना पुलिस ने सैक्स रैकेट की 1 सदस्य महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक इस ग्रुप में करीब 18 महिलाएं और कुछ पुरुष शामिल हैं. यह गिरोह पहले लोगों को महिलाओं के माध्यम से फंसाता है फिर ब्लैकमेल करके उनसे पैसे लिए जाते हैं. यहां तक इस गिरोह में शामिल महिलाएं शादी तक करती है और फिर बाद में दूल्हे के घर से पैसे और जेवरात लेकर गायब हो जाती हैं. अब तक बहुत सारे लोगों को इस गिरोह ने अपना शिकार बनाया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.


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पलवल कैंप थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उदयभान ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों हरियाणा पुलिस के सब इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे के बाद जब जांच आगे बढ़ाई तो पहले एक महिला को गिरफ्तार किया गया. उसके दूसरी महिला को गिरफ्तार करने के लिए एक और महिला को गिरफ्तार किया है. इनसे अभी तक मिली जानकारी के अनुसार यह एक बहुत बड़ा गिरोह है, जो पलवल और आसपास के क्षेत्र में काफी सक्रिय रहा है. जालसाज ग्रुप की कमर तोड़ने का काम किया जा रहा है अभी तक 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है, अन्य की तलाश जारी है. उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर क्षेत्र से निकालने का काम किया जाएगा.


पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इस ग्रुप के लोग और महिलाएं लोगों को अपनी बातों में लेकर शादी करने का काम भी करते थे. मुर्गा फंसाने के बाद कोई दुल्हन की बहन बनती कोई मां बनती, तो कोई मामी बनती थी. इस प्रकार पुरुष भी कोई न कोई रिश्तेदार बन कर सामने आते हैं, जिसके बाद शादी करा दी जाती है. इसके बाद दुल्हन जिस घर में रहने जाती थी, वहां से कीमती सामान जेवर और धन को लेकर रफूचक्कर हो जाती थी.


मामले की जानकारी देते हुए एक पीड़ित ने बताया कि उसके छोटे भाई को एक महिला ने काफी लंबे अरसे से अपने जाल में फंसाया हुआ था. पहले इस महिला ने उसके छोटे भाई के साथ फिजिकल रिलेशन बनाए. उसके बाद उसे लगातार ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठ रही थी. लास्ट में उसने 6 लाख रुपये की डिमांड की थी. इस पर उन्होंने अपने एक जानकार से मदद मांगी थी, उसने महिला से बात की तो महिला ने छोटे भाई और उस व्यक्ति के खिलाफ थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया था. 


बाद में बामनी खेड़ा निवासी उस व्यक्ति का नाम निकालने के लिए 50 हजार रुपये की डिमांड कर दी. पीड़ित ने बताया कि जब हम बहुत तंग आ गए तो हमने उस महिला के साथ बातों की रिकॉर्डिंग कर उसको पुलिस के सामने रखकर मदद की गुहार लगाई थी. कॉल रिकॉर्डिंग की जांच के जाने के बाद हमारे खिलाफ मामले को जिला पुलिस अधीक्षक ने निरस्त करने के आदेश दिए हैं. यदि हमारा यह मुकदमा निरस्त नहीं होता तो हमें घर बेचने की नौबत आ सकती थी.


Input: Rushtam Jakhar