Palwal Hindu Mahapanchayat: नूंह हिंस को लेकर आज हिंदू संगठनों ने पवलव के पोंडरी गांव में महापंचायत का आयोजन किया गया. इसके लिए प्रशासन से अनुमति ली गई थी. इसको लेकर सुरक्षा की सभी एजेंसियां ​​अलर्ट मोड पर रही. इसी के साथ भारी पुलिस बल को तैनात किए गए. बता दें कि पहले यह हिंदू महापंचायत नूंह में होने वाली थी, लेकिन वहां अनुमति नहीं मिलने पर पलवल में मीटिंग करने का फैसला लिया गया. 


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पलवल के गांव पोंडरी में आज होने वाली हिंदू सर्वदलीय महापंचायत का बहिष्कार डागर पाल के प्रधान धर्मवीर डागर ने बहिष्कार किया. डागर पाल के साथ सहरावत पाल, रावत पाल, चौहान पाल, तेवतिया पाल महापंचायत में नहीं लिया. महापंचायत में मुस्लिम समुदाय के लोगों को ना बुलाने को लेकर किया बहिष्कार किया गया. उन्होंने महापंचायत को एक तरफा पंचायत बताया.


वहीं बता दें कि पलवल के गांव पोंडरी में हुई महापंचायत में कई मांगे सामने रखी गई. आइए जानते हैं. 
1. NIA से पूरे हिंसा मामले की जांच की जाएं.
2. हिंसा में मारे गए मृतकों के परिवार में एक सरकारी नौकरी और 1 करोड़ के मुआवजे की मांग की. 
3. हिंसा में हुए घायल को 50 लाख मुआवजे की मांग की साथ ही कहा कि जिनका नुकसान हुआ है उनको 100 प्रतिशत मुआवजा दिया जाए.
4. साथ ही कहा कि 28 अगस्त को फिर से जलाभिषेक यात्रा निकलेगी. 


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5. रोहंगिया और बांग्लादेश के लोगों को नूह से बाहर किया जाए.
6. RAF और BSF की एक बटालियन जिले में तैनात की जाए.
7. नूंह में दंगा करने वालों की पहचान कर उनकी जमीन कुर्क की जाए.
8. मुकदमों की सुनवाई नूंह कोर्ट में न करवाकर बाहर की जाए. 
9. साथ ही नूंह को गोहत्या मुक्त घोषित किया जाए. 
10. साथ ही नूंह हिंसा में लोगों पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लेने के लिए कहा गया.
11. नूंह जिला के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाए, जो हिंसा के दिन छुट्टी पर चले गए. 
12. नूंह में हिन्दुओं को शस्त्र लाइसेंस बनाने में छूट मिले.
13. साथ ही नूंह जिला को खत्म किया जाए और सोहना को जिला बनाया जाए.