पलवल: हरियाणा में सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने की जिम्मेदारी जैसे खुद कर्मचारियों ने ही उठा ली है. भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर सीएम फ्लाइंग ने गुरुवार को अमरपुर स्थित बैंक में छापा मारा. बैंक कर्मचारियों पर आरोप है कि उनकी मिलीभगत के चलते बुजुर्गों की मौत के बाद भी उनकी पेंशन दूसरे खातों में जाती रही. छापेमारी के दौरान बुजुर्गों के करीब 15 ऐसे खाते मिले, जिनकी मौत वर्ष 2022 में हो चुकी है. इनकी पेंशन 2023 तक निकाली जा रही है.


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छापेमारी के दौरान डीएसपी मनीष सहगल के साथ सीएम फ्लाइंग की टीम जैसे ही बैंक में पहुंची तो हड़कंप मच गया. टीम ने सबसे पहले सभी टेबलों से बैंक रिकॉर्ड जब्त कर लिया और एक टेबल पर रखकर खातों की जांच शुरू कर दी. फरीदाबाद सीएम फ्लाइंग के डीएसपी मनीष सहगल ने बताया कि शिकायतें मिल रही थीं कि दी फरीदाबाद केंद्रीय सहकारी बैंक शाखा अमरपुर में सरकार की ओर से बुजुर्गों को दी जाने वाली पेंशन का मिसयूज किया जा रहा है.



छापा मारने पर रिकॉर्ड की जांच की गई. इस दौरान पता चला कि जिन बुजुर्गों की मौत 2022 में हो चुकी है और उनकी पेंशन इस साल भी विड्रॉल फॉर्म भरकर निकाली गई. बैंक की अमरपुर शाखा में बुजुर्गों के सैकड़ों ऐसे खाते हैं, जिनकी जांच करने में समय लगेगा. जांच के बाद फर्जीवाड़े के और भी मामले सामने आने आ सकते हैं.


बैंक के रिकॉर्ड को कब्जे में ले लिया गया है. रिकॉर्ड की बारीकी से जांच की जाएगी. डीएसपी ने कहा कि जांच के बाद पता किया जाएगा कि जिन बुजुर्गों के खाते से मौत के बाद पेंशन निकली है, उनके विड्रॉल फॉर्म किसने भरे हैं और बुजुर्गों के हस्ताक्षर किसने किए हैं. यदि इस मामले में बैंक के किसी कर्मचारी और अधिकारी मिलीभगत पाई जाएगी तो उसे भी नहीं बख्शा जाएगा.


इनपुट: रुस्तम जाखड़