Palwal News: पलवल को वर्ष 2008 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने जिला तो घोषित कर दिया. लेकिन जिला बनने के बाद आज भी पलवल के लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है. पलवल में सबसे बड़ी समस्या साफ सफाई को लेकर है. जहां सही तरीके से साफ सफाई न होने के चलते शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर देखने को मिलते हैं. नगर परिषद पलवल के द्वारा शहर की साफ सफाई व्यवस्था पर हर महीने लाखों रुपये का बिल तो बना कर पास कर लिया जाता है लेकिन उसका असर कहीं भी दिखाई नहीं देता. 


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जिले में गंदगी और अतिक्रमण के चलते परेशान लोग 
आलम ये है कि यहां के लोगों को गंदगी का सामना करना पड़ता है. शहर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं है जहां पर गलत तरीके से बनाए गए डंपिंग पॉइंट नहीं है. शहर में सड़कों के साथ पड़े कूड़े के ढेर शहर की सुंदरता को खत्म कर रहे हैं. जगह-जगह लगे इन कूड़े के ढेर से पनपने वाली गंदगी से लोगों को बीमारियों का भी सामना करना पड़ रहा है. जिला में दूसरी बड़ी सबसे बड़ी समस्या बढ़ते अतिक्रमण की है. नेशनल हाईवे से लेकर मुख्य बाजारों तक सभी जगह अतिक्रमण हुआ पड़ा है. अतिक्रमण के चलते आम दिनों में भी लगने वाला जाम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना रहता है. हल्की सी बारिश होते ही पूरा शहर पानी का तालाब बन जाता है.


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पलवल के लोगों ने सुनाई अपनी आपबीती
पलवल के स्थानीय लोगों ने बताया कि जिला की अधिकतर सड़के टूटी हुई है. लोगो को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. विकास के नाम पर केवल कागजों में ही खानापूर्ति की जा रही है. लोगों ने बताया कि सरकार भले ही भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के दावे करती हो लेकिन आज भी सरकारी कार्यालय में बिना पैसे की कोई काम नहीं होता है. सरकारी कार्यालय में लोग अपने कामकाज के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाते रहते हैं लेकिन समय पर अधिकारी कोई काम नहीं करते हैं. जिला में क्राइम का ग्राफ काफी बढ़ गया है आए दिन व्यापारियों से फिरौती के मामले सामने आते रहते हैं. लोगों ने बताया कि शहर में बिगड़ी साफ सफाई की व्यवस्था पलवल के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है. ठेकेदार मलाई लूट रहे हैं और आम जनता धक्के खा रही है. रास्तों को खोदकर छोड़ दिया जाता है. कागजों में काम दिखाकर सरकारी पैसे को लूटा जा रहा है. जिला में कई जगह पीने के पानी की भारी समस्या है लोगों को पैसों से खरीद कर पानी पीना पड़ता है.
Input: Rushtam Jakhar