Delhi Metro Golden Line: दिल्ली में लोगों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए मेट्रो विस्तार का काम तेजी से चल रहा है. दिल्ली मेट्रो के प्रत्येक कॉरिडोर की पहचान एक अलग रंग से होती है. यलो, ब्लू, वॉयलेट, रेड, ग्रीन, पिंक, ग्रे, मैजेंटा की तरह ही अब आपको सोने जैसी दिखने वाली पट्टी वाली मेट्रो दिखाई देने लगेगी.
कुछ समय पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने एक बड़ा फैसला किया है. इसके मुताबिक मेट्रो चरण-4 परियोजना के हिस्से के तौर पर 25.82 किमी की सिल्वर लाइन का नाम बदलकर गोल्डन लाइन कर दिया है. अब इसे गोल्डन लाइन के नाम से जाना जाएगा.
16 स्टेशनों वाली इस ज्यादातर भूमिगत लाइन (लाइन-10) को आधिकारिक तौर पर सितंबर 2020 में सिल्वर कलर कोड दिया गया था, लेकिन ख़राब मौसम में विजिबिलिटी से जुड़ी समस्या को देखते हुए सिल्वर कलर कोड को गोल्डन करने का फैसला किया गया है. दरअसल सिल्वर कलर के कोच पर लगी इसी रंग की पट्टी दिखाई स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देती थी.
गोल्डन लाइन दिल्ली मेट्रो की एक निर्माणाधीन रैपिड ट्रांजिट लाइन है. यह सड़कों पर बढ़ते यातायात, भीड़भाड़ और प्रदूषण से राहत देने के लिए साउथ दिल्ली को सीधे आईजीआई एयरपोर्ट से जोड़ेगी. इसे पहले दिल्ली एयरोसिटी से योजनाबद्ध किया गया था और तुगलकाबाद में खत्म होगा.
25.82 किमी लंबे इस कॉरिडोर के अंतर्गत 16 स्टेशन होंगे. इसमें चार स्टेशन ऊंचे और 12 अंडरग्राउंड होंगे. जून 2022 में इस लाइन पर निर्माण कार्य शुरू हुआ था.
गोल्डन लाइन के अलावा फेज 4 में दो अन्य कॉरिडोर भी निर्माणाधीन हैं. इनमें जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम तक मजेंटा लाइन का विस्तार और मजलिस पार्क से मौजपुर तक पिंक लाइन का विस्तार शामिल है. चौथे चरण का निर्माण कार्य मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है.