Jagjit Dallewal News: डल्लेवाल की कमेटी से दो टूक, सरकार हमारी मांग मान ले, मैं अनशन तोड़ दूंगा
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2590125

Jagjit Dallewal News: डल्लेवाल की कमेटी से दो टूक, सरकार हमारी मांग मान ले, मैं अनशन तोड़ दूंगा

Kisan Andolan: पंजाब सरकार ने सोमवार को बताया कि किसान रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह की अध्यक्षता वाली समिति से मिलने के लिए तैयार हो गए हैं. इस पर कोर्ट ने कहा कि हमें आशा और प्रार्थना करनी चाहिए कि सभी को सद्बुद्धि आएगी.

Jagjit Dallewal News: डल्लेवाल की कमेटी से दो टूक, सरकार हमारी मांग मान ले, मैं अनशन तोड़ दूंगा

Jagjit Dallewal News: हरियाणा-पंजाब के बीच खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर 42 दिन से भूख हड़ताल पर हैं. सोमवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान पंजाब सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एनके सिंह की पीठ को बताया था कि हरियाणा की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसान शीर्ष अदालत द्वारा गठित उच्चाधिकार प्राप्त समिति से मिलने के लिए सहमत हो गए हैं. इसके बाद बेंच ने डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराने के राज्य सरकार को दिए गए निर्देशों के अनुपालन से संबंधित याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी.

सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया, किसी तरह हम प्रदर्शनकारी लोगों को सोमवार को रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह की अध्यक्षता वाली समिति से मिलने के लिए  राजी करने में सफल रहे हैं. हमें उम्मीद है कि कोई सफलता मिलेगी. कृपया इस मामले की सुनवाई कुछ दिनों बाद करें. यह सुनते ही कोर्ट ने कहा, हमें आशा और प्रार्थना करनी चाहिए कि सभी को सद्बुद्धि आएगी. सुप्रीम कोर्ट ने सिब्बल से विचार-विमर्श का संक्षिप्त नोट तैयार करने को कहा और सुनवाई की तारीख 10 जनवरी तय कर दी. 

वहीं केंद्र का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि समिति बैठक के आए नतीजों का संक्षिप्त ब्योरा दाखिल करेगी. समिति ने बैठक के दौरान बीमार किसान नेता डल्लेवाल से चिकित्सा सहायता लेने का अनुरोध किया. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक डल्लेवाल फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर 26 नवंबर 2024 से आमरण अनशन पर हैं और पंजाब सरकार द्वारा की गई चिकित्सा सहायता की पेशकश को ठुकरा दिया है.

डल्लेवाल ने रुख स्पष्ट किया 

कमेटी ने  किसान नेता डल्लेवाल का हाल चाल जाना व स्वास्थ्य सेवाएं लेने की अपील की. उन्होंने कहा, मैं आज यह कहने नहीं आया हूं कि आंदोलन समाप्त हो जाना चाहिए, बल्कि यह कहने आया हूं कि आपका स्वास्थ्य अच्छा रहना चाहिए। मैंने उनसे यह भी कहा कि जब भी वह कहेंगे, हम यहां मौजूद रहेंगे. इस पर डल्लेवाल ने कमेटी से कहा, सरकार द्वारा किए गए वादे से मुकरना बुरी बात है. देश का 7 लाख किसान पिछले कुछ सालों में आत्महत्या कर चुका है. आप अंदाजा लगाकर देखो मेरी जान कीमती है या किसान परिवारों की. ऊपर वाला मेरे साथ, मुझे कुछ नहीं होगा. सरकार हमारी मांग मान ले, मैं अनशन तोड़ दूंगा.

नवाब सिंह ने जगजीत डल्लेवाल से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा, हम वाहेगुरु से प्रार्थना करते हैं कि वह स्वस्थ रहे. क्या डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेने पर हामी भर दी है तो उन्होंने कहा, हम सभी ने उनसे कई बार चिकित्सा (सहायता) के लिए अनुरोध किया. हम चाहते हैं कि उनका स्वास्थ्य अच्छा रहे. 

 शीर्ष अदालत ने सितंबर 2024 में प्रदर्शनकारी किसानों की मांगों का सौहार्दपूर्ण समाधान करने के उद्देश्य से समिति का गठन किया था. इस समिति में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी बी. एस. संधू, कृषि विशेषज्ञ देविंदर शर्मा, प्रोफेसर रंजीत सिंह घुमन और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अर्थशास्त्री डॉ सुखपाल सिंह भी शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 20 दिसंबर को कहा था कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराने का फैसला पंजाब सरकार के अधिकारियों और चिकित्सकों को लेना है. डल्लेवाल को खनौरी सीमा पर धरनास्थल के 700 मीटर के भीतर स्थापित अस्थायी अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें: आतिशी को जल्द किया जाएगा गिरफ्तार, अरविंद केजरीवाल ने फिर किया बड़ा दावा

ये भी पढ़ें: Election: दिल्ली की फाइनल वोटर लिस्ट जारी, जल्द हो सकता है चुनाव की तारीखों का ऐलान

 

 

 

Trending news