नई दिल्ली: 26 जून को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निजी सचिव पीपी माधवन के खिलाफ दिल्ली के उत्तम नगर थाने में एक दलित महिला ने बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था. महिला ने अपनी शिकायत में नौकरी का झांसा देकर बलात्कार करने का आरोप लगाया था, तो अब इस मामले में एक बार फिर पीड़िता ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को प्रार्थनापत्र लिखा है. पीड़िता का आरोप है कि उस पर बयान बदलने और केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. 


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क्या है पूरा मामला 
पीड़ित महिला के अनुसार उसका पति कांग्रेस कार्यकर्ता था और कार्यालय में होर्डिंग लगाने का काम करता था. कोरोना महामारी के दौरान 2020 में पति की मौत के बाद वो बेसहारा हो गई. कांग्रेस के राष्ट्रीय आफिस में नौकरी मांगने के लिए गयी थी, जहां से उसे सोनिया गांधी के निजी सचिव पीपी माधवन का नंबर मिला और माधवन से उसने नौकरी के लिए बात की. जनवरी 2022 में इंटरव्यू का झांसा देकर माधवन ने उसे दिल्ली के सुंदर नगर के एक घर मे बुलाया और उसके साथ अश्लील हरकत की, इसके बाद फरवरी 2022 में उत्तम नगर स्थित उसके घर के पास धोखे से अपनी गाड़ी में बुलाकर उसका बलात्कार किया.


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26 जून को पीड़िता ने बलात्कार की  FIR उत्तम नगर थाने में दर्ज की लेकिन शिकायत के 2 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक माधवन को गिरफ्तार नही किया.  राजनीतिक रसूख की वजह से लगातार उस पर बयान बदलने और केस वापस लेने का आरोप लगाया जा रहा है, जिसके बाद उसने पत्र लिखकर इसकी शिकायत दिल्ली पुलिस कमिश्नर से की है. इस पूरे मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर कांग्रेस के महिला सुरक्षा की तमाम दलीलों पर सवालियां निशान लगने शुरू हो गए हैं.