Rapid Train: देश की पहली रीजनल रैपिड ट्रेन गति भरने को तैयार है. जल्द ही इस रैपिड ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी. इसके लिए तैयारी जोरों से चल रही है. कैसी है देश की पहली रीजनल रैपिड ट्रेन. किन-किन सुविधाओं से लैस है रैपिड ट्रेन. देखिए जी न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट... देश की पहली रैपिड ट्रेन शुरुआत में 17km की दूरी तय करेगी.  17km की दूरी महज 12 मिनट में तय होगी.


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इसी दूरी के दौरान 5 स्टेशनों यानी की साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो पर ट्रेन रुकेगी, जहां से यात्री रैपिड ट्रेन में सवार होकर सफर कर सकेंगे. इसके लिए लगातार ट्रायल किया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो यूपी में निकाय चुनाव की घोषणा से पहले ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जा सकती है. जानकारी के मुताबिक, शुरुआत में दो ट्रेन चलाई जाएगी. उसके बाद अगर पैसेंजर का वॉल्यूम बढ़ता है तो और भी ट्रेन चलाई जा सकेगी.


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दुहाई डिपो में अब तक 9 रैपिड ट्रेन आ चुकी हैं


इसी के साथ 10 से 15 मिनट पर ट्रेन स्टेशन से मिलेगी. इस रैपिड ट्रेन की मैक्सिम स्पीड 180km प्रति घंटा है, लेकिन ये ट्रेन 160km की रफ्तार से चलेगी. बाकी ट्रेन के परिचालन पर स्पीड तय होगी. रैपिड ट्रेन परियोजना 2025 तक पूरी होने की संभावान है. दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर मेरठ के मोदीपुरम तक का सफर तय करेगी ट्रेन, जिसकी दूरी 86km का होगा, जिसे तय करने में 55 मिनट लगेगा. दिल्ली से मेरठ तक 25 स्टेशन होंगे.


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रैपिड ट्रेन के अंदर क्या-क्या सुविधाएं


ट्रेन के अंदर चेयर कार की सुविधा है. सामान्य पैसेंजर और बिजनेस क्लास के लिए सीटिंग अरेंजमेंट अलग-अलग है. बिजनेस क्लास के लिए अलग बोगी रखी गई है. जो सीट है उसमे रेकलाइनर की सुविधा है. वेंडिंग मशीन लगी होगी. मेट्रो के तर्ज पर महिला पैसेंजर के लिए अलग कार की सुविधा है. इसके साथ ही सीनियर सिटीजन पर दिव्यांग के लिए भी सीट रिजर्व है. हर सीट के पास मोबाईल और लैपटाप चार्ज करने लिए सॉकेट लगाया गया है.


इसी के साथ व्हील चेयर लगाने की सुविधा है. ज्यादा बीमार सवारी के लिए स्ट्रेचर की भी सुविधा दी गई है. अगर ट्रेन के अंदर किसी भी पैसेंजर को किसी तरह की दिक्कत या परेशानी हो रही है तो वो पैनिक बटन दबा कर सीधे ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकता है. पूरी ट्रेन CCTV से लैस होगी. यानी ट्रेन के अंदर आप हर वक्त CCTV कैमरे के निगरानी में रहेंगे. इसके साथ सामान्य पैसेंजर को ट्रेन अंदर खाने की पाबंदी होगी. आने वाले दिनों में गाजियाबाद के रहने वालों को गति से प्रगति मिलेगी. सड़कों से ट्रैफिक का दवाब भी कम होगा.


(इनपुटः राजू राज)