बुराड़ी के वेस्ट कमल विहार इलाके में एक बार फिर राजस्व विभाग द्वारा डिमोलिशन की प्रक्रिया पर कार्य किया गया. बताया जा रहा है कि यह जो अवैध कॉलोनी वेस्ट कमल विहार में बसाई जा रही है. वह लैंड पूलिंग योजना के तहत नहीं है.
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Delhi: बुराड़ी विधानसभा संत नगर वार्ड के कमल विहार स्थित उपजाऊ खेती वाली जमीन पर बसाई जा रही अवैध कॉलोनी पर राजस्व विभाग का बुलडोजर चला है. इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय SDM भी अपने अन्य अधिकारियों के साथ मौजूद थे. कुछ दिन पहले इसी जमीन पर DDA का पीला पंजा का चला था. एक बार फिर चंद घंटे में अवैध कॉलोनी पर बन रहे अवैध भवन निर्माण डिमोलिशन किया गया. शिकायत हाई कोर्ट तक पहुंचने के चलते प्रशासन हरकत में आए और अवैध कॉलोनी का डिमोलिशन की प्रक्रिया पर कार्य किया शुरू.
बुराड़ी के वेस्ट कमल विहार इलाके में एक बार फिर राजस्व विभाग द्वारा डिमोलिशन की प्रक्रिया पर कार्य किया गया. बताया जा रहा है कि यह जो अवैध कॉलोनी वेस्ट कमल विहार में बसाई जा रही है. वह लैंड पूलिंग योजना के तहत नहीं है. जिस पर बार-बार डिमोलिशन की कार्रवाई प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही है ,लेकिन अवैध कालोनी बसाने वाले कॉलोनाइजर सीधे-साधे भोले भाले लोगों को सस्ते दामों में जमीन बेचकर यहां से निकल चुके हैं जिसका खामियाजा अब यहां मकान बनाने वाले गरीब लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि यह एक अवैध कालोनी है, जिसकी शिकायत दिल्ली हाई कोर्ट में की जा चुकी है और बहुत जल्द उस पर कानूनी सुनवाई होने वाली है. यह जानकारी खुद शिकायतकर्ता सिमरन गुप्ता ने दी. उन्होंने बताया कि बुराड़ी की तमाम अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनी पर बहुत जल्द बड़े स्तर पर बुलडोजर चल सकता है. क्योंकि अभी तक शिकायत के बाद अधिकारी तोड़फोड़ की केवल खानापूर्ति करके चले जाते थे, लेकिन अब माननीय हाई कोर्ट में मामला जाने के कारण कई अधिकारियों पर नकेल कश्ती हुई नजर आ रही है. फिलहाल इस डिमोलिशन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने मीडिया के कैमरे पर बोलने से साफ इनकार कर दिया.
आपको बता दे जहां पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई वहां पर 25 से 50 गज का प्लाट लेने वाले लोग काफी परेशान नजर आए. आपको बता दें कि यह जो प्लटिंग वेस्ट कमल विहार में धान वाली खेत में हो रही थी. इस पर अभी 1 महीने पहले भी बुलडोजर चला था और शिकायत के बाद फिर से खानापूर्ति की गई है. क्योंकि केवल छोटी-छोटी बाउंड्री को ही तोड़ा गया है. जिस प्रकार से हाई कोर्ट में उसे देखते हुए भविष्य में किसी बड़े स्तर पर तोड़फोड़ का अंदेशा लोगों को सताने लगा है.
इनपुट: नसीम अहमद