Rewari News: पानी की निकासी न होने से व्यापारियों का व्यापार करना हुआ मुश्किल
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Rewari News: पानी की निकासी न होने से व्यापारियों का व्यापार करना हुआ मुश्किल

Haryana News: हरियाणा के रेवाड़ी में बारिश होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. ब्रास मार्केट की हालत बिलकुल खराब हो चुकी है. यहां पानी की निकासी न होने के कारण व्यापारियों का व्यापार करने में परेशानी हो ही है. 

 

Rewari News: पानी की निकासी न होने से व्यापारियों का व्यापार करना हुआ मुश्किल

Haryana News: रेवाड़ी की सबसे महंगी और पाश इलाका कहा जाने वाले ब्रास मार्केट के हालात बिल्कुल खराब हो चुके हैं. हालात खराब होने की वजह कुछ ओर नहीं बल्कि रेवाड़ी जिला प्रशासन और नगर परिषद ही है, क्योंकि लंबे समय से पानी की निकासी की व्यवस्था न होना जहां दुकानदारों के लिए सर दर्द बना हुआ है. तो वहीं प्रशासन ने इस मार्केट में कूड़े का डंपिंग यार्ड बनाकर व्यापारियों का व्यापार करना भी मुश्किल कर दिया है.

व्यापारियों का व्यापार करना हुआ मुश्किल 
व्यापारियों का कहना है कि जहां एक ओर प्रशासन ने तालाब की व्यवस्था की हुई थी. तो वहीं अब दूसरी ओर कूड़े के पहाड़ों की व्यवस्था भी प्रशासन ब्रास मार्केट में कर रही है. ऐसा नहीं है कि प्रशासन को इसकी सूचना नहीं है. बल्कि मार्केट कमेटी के प्रधान और मार्केट के व्यापारियों द्वारा स्वयं इसकी सूचना प्रशासन को कई बार दी गई है, लेकिन खोखले आश्वासन के अलावा यहां के व्यापारियों को कुछ नहीं मिलता. स्वच्छ भारत के लाख दावे करने वाली सरकार भी यहां मौन धारण किए हुए हैं. यहां की सबसे महंगी मार्केट प्रशासन और नगर परिषद की लापरवाही और अनदेखी की मार झेल रही है. 

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बारिश के दिनों में आलम यह होता है कि ब्रास मार्केट के चारों साइड पानी भर जाता है. वहीं बीच में तो इतना पानी भर जाता है कि उसमें कश्ती चला ली जाए और वह पानी काफी दिनों तक नहीं निकलता है. ऐसे में व्यापार तो ठप होता ही है वहां चल रहे कोचिंग सेंटर में आने वाले बच्चों की पढ़ाई को भी नुकसान होता है. इतना ही नहीं ब्रास मार्केट में बड़े-बड़े बैंक और अस्पताल भी हैं, लेकिन प्रशासन को रेवाड़ी की जनता से क्या ही सरोकार? उन्हें केवल मार्केट से मिल रहे टैक्स को वसूलना है. यह हम नहीं कह रहे बल्कि यह कहना है रेवाड़ी की ब्रास मार्केट के व्यापारियों का जो प्रशासन से लेकर सरकार के दरवाजे तक खटखटा चुके हैं, लेकिन केवल खोखले आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिलता.

Input- Naveen

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