Rewari News: सिस्टम की उदासिनता और भ्रष्टाचार मासूम नौनिहालों की जान पर भारी पड़ने लगी है. 23 नवंबर के दिन इसी भ्रष्ट सिस्टम ने स्कूल के भीतर ही छठी क्लास के छात्र की जान ले ली. हादसा हुआ तो प्रशासन हरकत में आया और अज्ञात के खिलाफ लापरवाही की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया. एडीसी के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन करके जांच शुरू की गई और लगातार जांच जारी है.


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बता दें कि रेवाड़ी जिले के धारुहेड़ा कस्बा स्थित महेश्वरी गांव के सरकारी स्कूल के टॉयलेट की दीवार गिरने से कृष्णा नाम के 12 साल के छात्र की मौत हो गई थी. कृष्णा राजस्थान का रहने वाला था, जिसका पिता लाखन सिंह धारुहेड़ा में निजी कंपनी में काम करता है. जो महेश्वरी गांव में ही किराये के मकान में रहता है. लाखन सिंह ने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए उनका दाखिला महेश्वरी गांव के सरकारी स्कूल में कराया हुआ था.


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23 नवंबर के दिन रोजाना की तरह कृष्णा स्कूल गया था. पहली क्लास के बाद वो जैसे ही वो टॉयलेट के लिए स्कूल के टॉयलेट में गया तो टॉयलेट के बीच वाली दीवार गिर गई, जिसके मलबे में दबने से कृष्णा की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आया और अज्ञात के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कर जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कहीं.  कृष्णा के सहपाठी छात्रों ने कहा कि उनके सामने हादसा हुआ. उन्हें भी डर लगता है.


जिला शिक्षा अधिकारी ने माना कि टॉयलेट में लगी टाइल पर बिना किसी नींव के दीवार खड़ी कर दी गई, जिसके कारण ये दीवार गिर गई. वहीं एडीसी ने कहा कि जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कह पायेंगे की हादसे की असल वजह क्या रही. बता दें कि सरकारी स्कूलों में काफी जगह निजी कंपनी सीएसआर फंड के तहत कार्य कराती है. इस टॉयलेट का निर्माण भी निजी कंपनी ने कराया था, लेकिन सवाल ये कि आखिर क्यों स्कूल प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.


(इनपुटः पवन कुमार)