रोहतक PGI में तेज हुआ बॉन्ड पॉलिसी का विरोध, छात्रों के बाद डॉक्टर्स ने भी शुरू की हड़ताल
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1449271

रोहतक PGI में तेज हुआ बॉन्ड पॉलिसी का विरोध, छात्रों के बाद डॉक्टर्स ने भी शुरू की हड़ताल

रोहतक PGI में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में MBBS छात्रों का प्रदर्शन 19 दिनों से जारी है. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने भी छात्रों के समर्थन में एक घंटे के लिए पैन डाउन हड़ताल की. 

रोहतक PGI में तेज हुआ बॉन्ड पॉलिसी का विरोध, छात्रों के बाद डॉक्टर्स ने भी शुरू की हड़ताल

राज टाकिया/रोहतक: रोहतक PGI में बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में MBBS छात्रों का प्रदर्शन लगातार 19वें दिन भी जारी है. छात्रों के प्रदर्शन को रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का भी समर्थन मिल रहा है. 3 दिन पहले डॉक्टर्स एसोसिएशन ने ऐलान किया था कि अगर छात्रों की मांग नहीं मानी जाती तो वो अपना प्रदर्शन और तेज कर देंगे. छात्रों के समर्थन में डॉक्टर एक घंटे के लिए पैन डाउन हड़ताल पर रहे. 

क्या है पूरा मामला   
हरियाणा सरकार द्वारा लागू की गई बॉन्ड पॉलिसी के तहत MBBS स्टूडेंट को हर साल 9.20 लाख रुपए जमा करवाने थे और 80 हजार रुपए फीस. इस हिसाब से MBBS के सभी छात्रों को हर साल 10 लाख रुपये और 4 सालों में 40 लाख रुपये जमा करवाने होंगे. छात्रों द्वारा बॉन्ड पॉलिसी का विरोध किए जाने पर इसे वापस लेने की बात कही गई, लेकिन अब तक कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया. अब रोहतक PGI के MBBS छात्र 40 लाख की बॉन्ड पॉलिसी वापस लिए जाने के लिखित आश्वासन की मांग को लेकर 19 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.   

रेजिडेंट्स डॉक्टर्स शनिवार को एक घंटे के लिए पैन डाउन हड़ताल पर रहे. तीन दिन पहले ही डॉक्टर्स ने ऐलान किया था कि अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वे अपने धरना प्रदर्शन को और तेज कर देंगे. इसी कड़ी में शनिवार को डॉक्टर्य ने एक घंटे के लिए सांकेतिक पैन डाउन हड़ताल की. जिसके बाद अलग-अलग विभागो में लगने वाली ओपीडी में मरीजों को नहीं देखा गया. रोहतक पीजीआई में दूर दराज से आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा है. मगर ओपीडी में आए लोगों ने भी छात्रों की मांग का समर्थन किया. 

MBBS स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक बॉन्ड पॉलिसी को वापिस नही लिया जाता, तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. सरकार के द्वारा छात्रों से 10 सदस्यीय कमेटी की नाम मांगा गया है, लेकिन अब तक किसी को भी बात करने के लिए नहीं बुलाया गया.