नई दिल्ली: हरियाणा के रोहतक PGI के छात्र पिछले 1 महीने से बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को हरियाणा निवास में CM मनोहर लाल और MBBS छात्रों के बीच दोपबर 3 बजे से रात 8 बजे तक बैठक चली, जिसमें पॉलिसी के सभी बिंदुओं पर मंथन के बाद 40 लाख की बॉन्ड पॉलिसी को घटाकर 30 लाख कर दिया गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कैबिनेट बैठक में फैसला
हरियाणा कैबिनेट की बैठक के बाद CM मनोहर लाल ने कहा कि बॉन्ड पॉलिसी वापस नहीं ली जाएगी, सरकार ने बॉन्ड पॉलिसी की राशि 40 लाख से घटाकर 30 लाख कर दी है.


पॉलिसी में बदलाव से संतुष्ट नहीं छात्र
CM मनोहर लाल के साथ चंडीगढ़ में हुई बैठक से MBBS छात्र संतुष्ट नहीं हैं, उनका कहना है कि हमें अब डराया-धमकाया जा रहा है.बॉन्ड पॉलिसी को 7 साल से कम करके 5 साल किया गया है. बॉन्ड पॉलिसी की राशि 40 लाख से घटाकर 30 लाख कर दी गई है और छात्राओं के लिए 10% की और छूट दी गई है. लेकिन हम इससे संतुष्ट नहीं है.


ये भी पढ़ें- 3 दिन चलेगा हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र, 22 से शुरू 26 को होगा खत्म


 


ड्राफ्ट तैयार करे सरकार 
सरकार द्वारा लगातार इस बात का दावा किया जा रहा है कि छात्रों से बातचीत के बाद बॉन्ड पॉलिसी के मुद्दे का हल निकाल लिया गया है. लेकिन प्रदर्शन कर रहे छात्र अभी भी इससे संतुष्ट नहीं नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार पहले ड्राफ्ट तैयार करे बाद में हम कोई फैसला लेंगे. 


छात्रों की मांग
-MBBS की डिग्री पूरी होने के 2 महीने के अंदर सभी को नौकरी दी जाए. 
-बॉन्ड की अवधि एक साल की हो. 
-बॉन्ड को तोड़ने वालों के लिए राशि 20 लाख रुपये हो
-पढ़ाई के बाद नौकरी नहीं मिलने पर छात्रों को बॉन्ड से मुक्त किया जाए.