दर्शन कैत/कुरुक्षेत्र: शाहाबाद अनाज मंडी में सूरजमुखी की खरीद में भारी घोटाला सामने आया है. आरोप है कि किसानों से मंडी के कुछ लोग सूरजमुखी को औने पौने दामों पर खरीद लेते हैं और बाद में सरकारी रेट पर बेचकर मुनाफा कमाते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: अब खाने के बिल में सर्विस टैक्स नहीं जोड़ सकेंगे होटल-रेस्तरां, इस नंबर पर कर सकते हैं शिकायत


रविवार रात भी किसानों ने सूरजमुखी से लदी एक ट्राली व बारदाने से भरी कार को मंडी में पकड़ा. जब किसानों ने कार चालक से बात की तो अज्ञात लोग ट्राली को छोड़कर ट्रैक्टर और कार लेकर फरार हो गए, जिस पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता व किसान मंडी पहुंचे और रिकार्ड का मिलान किया. 


इस रिकार्ड में 37 किसान ऐसे पाए गए जो न तो मंडी में आए और न माल आया, लेकिन कागजों में माल बिका दिखाया गया. 37 किसानों की लगभग 700 क्विंटल सूरजमुखी बैठती है, जिसमें लाखों रुपये का घोटाला है. भाकियू नेता राकेश बैंस ने कहा कि यह सारा फर्जीवाड़ा केवल सूरजमुखी की अंतिम खरीद 30 जून के दिन का है और यदि जांच की जाए तो एक बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है. 


जांच करने पर पाया गया कि एक मुनीम द्वारा किसान से सस्ते दामों पर सूरजमुखी को खरीदकर सरकारी रेट पर बेच दिया गया, जिसके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं खरीद एजेंसियों द्वारा भी अवैध बारदाने व अवैध सूरजमुखी लाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया गया है.


अनाज मंडी सेक्रेटरी कृष्ण मलिक ने कहा कि कल भारतीय किसान यूनियन, आढ़ती, मुनीम, खरीद एजेंसी व किसान सभी ने एक साझा बैठक बुलाई है, ताकि  सबके समन्वय से इस घटना पर कार्रवाई अमल में लाई जा सके.


WATCH LIVE TV