Shradha Murder Case: श्रद्धा हत्याकांड को सुलझाना पुलिस के लिए पहेली बनता जा रहा है. पुलिस को अभी तक आरोपी आफताब के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं. भले ही आफताब ने कबूल कर लिया है कि उसने श्रद्धा का मर्डर किया है, लेकिन मर्डर के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार या फिर श्रद्धा का सिर या कोई और सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगा है. बिना सबूतों के कोर्ट आफताब को सजा नहीं दे सकता. आफताब बार-बार पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. वहीं पुलिस ने अब आफताब का नार्को टेस्ट करवाएगी, जिससे पुलिस को कुछ पुख्ता सबूत मिल सकें.


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वहीं सूत्रों के अनुसार श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब ने पुलिस के सामने बड़ा खुलासा किया है. पूछताछ के दौरान आफताब ने बताया कि वो नशे का आदी है. गांजे पीने को लेकर भी श्रद्धा उसे टोका करती थी. इस दौरान उसने बताया कि हत्या वाले दिन यानी 18 मई को भी वो गांजे के नशे में था. उसने बताया कि पहले वो घर से बाहर जाकर गांजे की सिगरेट पीकर आया. उसने पुलिस को बताया कि वो श्रद्धा को मारना नहीं चाहता था, लेकिन वो उस पर बार-बार चिल्लाए जा रही थी. इसके बाद उसे श्रद्धा पर गुस्सा आ गया और फिर उसने श्रद्धा का गला दबा दिया, जिस कारण उसकी मौत हो गई. उसके बाद उसने रात भर बॉडी के पास रहकर गांजे से भरी सिगरेट पी थी.


दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा आफताब के साथ दिल्ली शिफ्ट होना चाहती थी, लेकिन आफताब दिल्ली शिफ्ट होने के खिलाफ था. आफताब ज्यादातर अपने फोन पर चैटिंग करता रहता था और श्रद्धा के पूछने पर कि वो किस से चैट कर रहा है. इस सवाल पर वो गोलमोल जवाब देता था. इसी कारण दोनों के बीच झगड़ा भी होता था. श्रद्धा हत्याकांड को अंजाम देने से पहले आफताब श्रद्धा को लेकर हिमाचल और उत्तराखंड गया था, ताकि दोनों के बीच जो छोटे-छोटे झगड़े के कारण दूरी बनी थी वो दूर हो सके. अब दक्षिणी जिला पुलिस ने दिल्ली के दूसरे जिलों में पिछले कुछ महीनों में अगर उनके एरिया में किसी शव के टुकड़े मिले हो तो उनकी जानकारी साझा करने को कहा है.


इस केस में पुलिस को लग रहा है कि आफताब खुद को पागल साबित कर सजा से बचने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि भारतीय कानून में किसी पागल को सजा नहीं दी जाती है. इसलिए वो बार-बार अपने बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. वहीं पुलिस अब केस की जांच के लिए उत्तराखंड (देहरादून)  भी जा सकती है.