श्रीकांत त्यागी की बुआ बोली बहा देंगे खून की नदियां, जानिए अब क्या है मामला?
नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स हाउसिंग सोसायटी में कल रात श्रीकांत त्यागी के परिवार ने सोसायटी के लोगों के खिलाफ मोबाइल की टॉर्च जलाकर विरेध प्रदर्शन किया. इस दौरान त्यागी के परिजनों ने कहा कि अगर नहीं माने तो ईंट से ईंट बजा देंगे.
Shrikant Tyagi case: नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स हाउसिंग सोसायटी में महिला से अभद्र व्यवहार करने के मामले में श्रीकांत त्यागी जेल में बंद हैं. वहीं पूरे मामले को लेकर श्रीकांत त्यागी के परिवार वालों का कहना है कि सोसायटी के लोग हमारे साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं. इसके लेकर कल रात उन्होंने सोसायटी के लोगों के खिलाफ मोबाइल की टॉर्च जलाकर विरेध प्रदर्शन किया.
ये भी पढ़ें: जैकलीन फर्नांडिस से आज एक बार फिर EOW करेगी पूछताछ, सामने आ सकते हैं कई और राज
इस दौरान श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरा पति जेल में है. जो उन्होंने किया उसकी वो सजा भुगत रहे हैं तो अब यह लोग सोसायटी में घूम-घूम कर मेरे घर के सामने आकर गाना गाकर कैंडल मार्च निकाल रहे हैं. यह क्या जताना चाहते हैं? कुछ दिन पहले ऐना अग्रवाल के ट्विटर हैंडल से एक वीडियो अपलोड की गई थी. वह वीडियो मेरी थी जो मैं अपने घर के बाहर अपने परिजनों से बात कर रही थी. उन्होंने यह गलत किया.
वहीं श्रीकांत की बुआ सुनीता त्यागी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब जो सोसायटी में हो रहा है, वह अच्छा नहीं हो रहा है. वह हमें अकेले और कमजोर न समझे, हम भी जिम्मेदार हैं और पढ़े लिखे हैं. हमें उकसाए नहीं वरना अच्छा नहीं होगा. हम शांतिप्रिय इंसान हैं, शांति चाहते हैं और अगर हमारे अंदर अशांती आई तो खून की नदियां बहा देंगे. ईंट से ईंट बजा देंगे. इसलिए हम इन्हें संदेश देते हैं कि सोसायटी में कुछ महिलाएं जो गलत रवैया कर रही हैं. वह इस मामले को दोबारा से न उठाएं.
बता दें कि 5 अगस्त 2022 को श्रीकांत त्यागी ने सोसाइटी में एक महिला के साथ अभद्रता की थी. इस मामले के बाद श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसी दौरान ही श्रीकांत त्यागी की बालकनी पर नोएडा अथॉरिटी का पीला पंजा चला था, जिसमें बताया गया था कि श्रीकांत त्यागी ने गलत तरीके से बालकनी पर कब्जा किया हुआ है. इसी वजह से इसको तोड़ा गया है.
वहीं इसको लेकर अनु त्यागी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा था कि, इसमें 2 घर दिख रहे हैं. ऐसा एक और फ्लैट भी है. मेरे घर की बालकनी टूटी तो इनके घर की बालकनी भी टूटनी चाहिए थी. उन्होंने आगे लिखा कि मैं नहीं चाहती कि किसी का घर टूटे, लेकिन मुझे इंसाफ चाहिए. मेरे साथ जो अन्याय हुआ है, उसके लिए मुझे इंसाफ चाहिए. क्या मेरा घर तुड़वा कर मिठाई बांटना सही था?.