नई दिल्ली: पंजाब पुलिस सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की गुत्थी सुलझा नहीं पाई है. इस बीच पंजाब पुलिस ने हरियाणा के फतेहाबाद से देवेंद्र उर्फ काला नाम के बदमाश को गिरफ्तार किया है. देवेंद्र पर आरोप है कि मूसेवाला के मर्डर में शामिल 2 संदिग्ध चरणजीत और केशव को उसने छिपाया था. देवेंद्र उर्फ काला के खिलाफ फतेहाबाद के सदर थाना और पंजाब में एनडीपीएस (NDPS) एक्ट के मामले दर्ज हैं. इसपर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संपर्क रखने का शक है. 


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देवेंद्र उर्फ ​​काला की गिरफ्तारी के बाद ही संदिग्धों चरणजीत और केशव के नाम सामने आए थे, जिस बोलेरो से उतरकर हत्यारों ने मूसेवाला पर गोलियां बरसाई थी. उस कार को नसीब खान ने फतेहाबाद में चरणजीत नाम के शख्स को सौंपा था. उसके बाद प्रियवर्त फौजी और अंकित जनता सेरसा, चरणजीत और केशव के साथ 25 मई को बोलेरो गाड़ी में निकले थे. 25 मई की सुबह 7 बजे के करीब बीसला पंप पर जब गाड़ी पहुंची तो उसमें 4 लोग सवार थे.


इन्ही कड़ियों को जोड़ते हुए पंजाब पुलिस ने देवेंद्र को गिरफ्तार किया है. देवेंद्र पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से ताल्लुक रखने का शक है. बताया जा रहा है कि 16 और 17 मई को केशव और चरणजीत देवेंद्र से मिलने फतेहाबाद पहुंचे थे. 


सिद्धू मूसेवाला की मौत को 8 दिन बीत गए हैं, लेकिन पंजाब पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. हत्यारों की तलाश में हो रही देरी से मूसेवाला का परिवार काफी नाराज है. इस बीच मूसेवाला के परिवार को सांत्वना देने नेताओं का पहुंचना जारी है. कल बीजेपी सांसद हंसराज हंस और पंजाब की कैबिनेट मंत्री डॉक्टर बलजीत कौर भी मूसेवाला के परिवार से मिलने पहुंचीं थी.


इस मामले में पंजाब, राजस्थान और हरियाणा तीन राज्यों में पुलिस दबिश डाल रही है. नेपाल तक हत्यारों की तलाश की जा रही है. इसके बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग रहा है. 



पुलिस की इस तलाश की सबसे अहम कड़ी सीसीटीवी (CCTV) फुटेज है. बताया जा रहा है कि तस्वीरों में दिख रहे लोग वही शूटर हैं, जिन्होंने मुसेवाला को मारा था और ये वही बोलेरो है, जिसका इस्तेमाल हत्या में किया गया था. बोलेरो से तीन लोग पेट्रोल पंप में उतरे थे. 


इनमें से 2 शूटर सोनीपत के बताए जा रहे हैं, जिसमें एक गढ़ी सिसाना का कुख्यात बदमाश प्रियवर्त फौजी है, जबकि दूसरा अंकित सेरसा है. अंकित सेरसा लॉरेंस गैंग के लिए काम करता है. अंकित पर राजस्थान के कई केस दर्ज हैं. 


इस आधार पर पंजाब पुलिस की 2 टीम सोनीपत के खरखौदा में पहुंची ताकी कोई सुराग मिल जाए, लेकिन पुलिस को सोनीपत से भी कुछ हाथ नहीं लगा. बिश्नोई गैंग के कुख्यात सदस्य काला जठेड़ी, राजू बसौदी और अक्षय पलड़ा भी सोनीपत के ही हैं, लेकिन तीनों फिलहाल जेल में हैं.


बता दें कि पुलिस ने 5-6 लोगों को गिरफ्तार तो किया है, लेकिन इन गिरफ्तारी का मूसेवाला हत्याकांड से कितना कनेक्शन है. पुलिस अबतक किसी भी ऐसे आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, जिसका सीधा कनेक्शन मूसेवाला हत्याकांड से हो.


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