सिरसा: हरियाणा में इन दिनों परिवार पहचान पत्र (Family ID) बनाने का काम जोर-शोर से चल रहा है, लेकिन आईडी बनाने में गड़बड़ी के चलते अब आम लोगों को सरकारी सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है. वैसे तो परिवार पहचान पत्र में 1 लाख 80 हजार से ज्यादा आय दर्ज होने या शहर में 100 गज से बड़ा मकान होने के चलते काफी लोगों के राशन कार्ड काट दिए गए हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें सरकारी मुलाजिम बताकर उनका राशन कार्ड खसे नाम काट दिया गया है.


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ऐसा यही एक मामला सिरसा में सामने आया है. यहां कालांवाली निवासी अमर सिंह और उनकी पत्नी रानी को परिवार पहचान पत्र में सरकारी कर्मचारी दर्ज कर दिया गया है. परिवार पहचान पत्र की आईडी में विसंगतियों के कारण अनाज मंडी में चाय की स्टॉल लगाने वाले अमर सिंह को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि सर्वे करने वालों की लापरवाही के चलते उनका राशन कार्ड से नाम काट दिया गया.


अमर सिंह ने बताया कि वह काफी समय से मंडी में चाय की स्टॉल लगाकर परिवार चला रहा है. उसके दो बेटों में से एक बेरोजगार है और दूसरा निजी दुकान पर काम करता है. परिवार पहचान पत्र में उसको व उसकी पत्नी रानी को सरकारी कर्मचारी दर्जा रखा है, जिसे ठीक करवाने के लिए उसने करीब तीन माह पूर्व अपडेट के लिए रिक्वेस्ट डाली थी, लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया.


उसने बताया कि सर्वे करने वाले कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उसे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वह चाहता है कि जल्द ही उसका राशन कार्ड फिर से काम करने लगे और लापरवाह कर्मचारी पर कार्रवाई हो. 
अमर सिंह ने कहा कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे सीएम विंडो पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग करेंगे.