विजय कुमार/सिरसा : जिला परिषद चेयरमैन सीट के लिए आज मतदान हुआ और एक बार फिर इनेलो विजयी हुई. इनेलो के प्रधान महासचिव और विधायक अभय सिंह चौटाला के बेटे और इनेलो के युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रभारी कर्ण चौटाला ने आप और अन्य प्रतिद्वंद्वियों को करारी शिकस्त देते हुए चेयरमैन का चुनाव जीत लिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शुक्रवार को स्थानीय पंचायत भवन में जिला परिषद चेयरमैन व उपप्रधान पद के लिए चुनाव हुआ. इसके बाद ईवीएम से वोटिंग हुई और मौके पर मौजूद कर्ण चौटाला सहित 19 जिला पार्षद मतदान प्रक्रिया में शामिल हुए. चुनाव में इनेलो की तरफ से 10 पार्षद, आम आदमी पार्टी की तरफ से जीते हुए 6 पार्षद और इसके इलावा 3 अन्य पार्षद भी हिस्सा लिया.


ये भी पढ़ें: करे कोई-भरे कोई, पहले NDC बनाने में कीं गलतियां और अब तत्काल सुधार के लिए मांगी जा रही रकम


प्रधान पद के लिए तीन उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया. इनमें इनेलो की तरफ से अभय चौटाला के पुत्र कर्ण चौटाला, आम आदमी पार्टी की तरफ से गुरभेज सिंह और निर्दलीय उम्मीवार ओम प्रकाश शामिल हुए. वहीं उप प्रधान के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से संदीप कौर व निर्दलीय उम्मीदवार मीना रानी ने नामांकन दाखिल किया. उप प्रधान पद के लिए मीना रानी को 19 में से 13 वोट मिले. आम आदमी पार्टी को दोनों ही पदों के लिए 6-6 वोट मिले. 


भाजपा गठबंधन सरकार की एक नहीं चली 
परिणाम घोषित होने पर कर्ण चौटाला को 12 वोट मिले और बहुमत हासिल किया. कर्ण चौटाला ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा गठबंधन और कांग्रेस का इन चुनावों में जनता ने सूपड़ा साफ कर दिया. चेयरमैन पद जीतने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कर्ण चौटाला ने कहा कि कई बार देखने को मिलता है कि मौजूदा सरकार द्वारा अपने उम्मीदवार को चेयरमैन बनवाने के लिए बार-बार चुनाव स्थगित किए जाते हैं, लेकिन इस चुनाव में भाजपा गठबंधन सरकार की एक नहीं चली और पहली बार में ही चुनाव संपन्न हो गए.


उन्होंने बताया कि 19 जिला पार्षदों ने मतदान प्रक्रिया में भाग लिया. ईवीएम से वोटिंग हुई, जिसमें उन्हें 12 वोट मिले और विजयी हुए. कर्ण चौटाला ने कहा कि जिला परिषद के फंड से नियमानुसार आम जनता की मांगों को पूरा किया जाएगा और जनहित के कार्यों में लगाया जाएगा और विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा.