Sonipat Crime: चोरों को पकड़ने वाले खुद बने चोर, कई साल से कर रहे हैं बिजली की चोरी, जानें क्या है पूरा मामला
Sonipat Crime: लोगों की चोरी पकड़ने वाली खाकी खुद चोरी कर रही है. जिले के सभी बड़े अधिकारियों के कार्यालय यानि की लघु सचिवालय के बिल्कुल बगल में कोर्ट कॉम्प्लेक्स चौकी में बिजली चोरी की जा रही है. जहां देर रात बिजली विभाग के एसडीओ द्वारा छापेमारी भी की गई है.
Sonipat Crime: लोगों की चोरी पकड़ने वाली खाकी खुद चोरी कर रही है. यकीन करना मुश्किल है, लेकिन सोनीपत में तमाम बड़े अधिकारियों की नाक के नीचे ऐसा हो रहा है, जिले के सभी बड़े अधिकारियों के कार्यालय यानि की लघु सचिवालय के बिल्कुल बगल में कोर्ट कॉम्प्लेक्स चौकी में बिजली चोरी की जा रही है. जहां देर रात बिजली विभाग के एसडीओ द्वारा छापेमारी भी की गई है, हालांकि एसडीओ ने मामला पीडब्ल्यूडी के अन्तर्गत बताया है. वहीं पीडब्ल्यूडी विभाग के इलेक्ट्रिकल एसडीओ पंकज सिंह ने मामले में चोरी करने को लेकर कार्रवाही करने की बात कही है.
सोनीपत में कोर्ट पुलिस चौकी चोरी की बिजली से जगमग हो रही है, एक दिन से नहीं बल्कि कई सालों से अधिकारियों की पुलिस की मिली भगत से चोरी हो रही है. बिजली भी लघु सचिवालय की ही चोरी हो रही है. इतना ही नहीं जब इस संदर्भ में संबंधित अधिकारियों से बात करते हैं तो वो सीधे डीसी ऑफिस का नाम लेते हैं और कहते हैं कि उनसे पूछो कि बिजली क्यों दी जा रही है. बता दें कि पुलिस की कोर्ट कॉम्पलेक्स चौकी में सालों से बिजली का मीटर नहीं है.
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सालों से बिजली का मीटर लेने के लिए भी शायद ही कोई प्रयास किए गए होंगे. बताया जाता है कि सालों से इस पुलिस चौकी को बिजली लघु सचिवालय से चोरी कर दी जा रही है. नियमों को ताक पर रखकर पुलिस चौकी की सप्लाई सीधे पैनल में से दी गई है. लघु सचिवालय में बने बिजली घर के पैनल में सीधे तौर पर तार जोड़ी गई है, जिसके चलते लघु सचिवालय में बिजली हो या फिर जनरेटर से बिजली मिल रही हो, दोनों ही सूरतों में चौकी को बिजली मिलती रहती है.
अनुमान लगाया जाता है कि एक एसी, दो-तीन कूलर, चार-पांच पंखें वाली इस चौकी से लघु सचिवालय को हर माह 15 से 20 हजार रुपये का चूना लग रहा है. गौरतलब है कि लघु सचिवालय और जिला अदालत परिसर में बिजली का कनेक्शन तो बिजली निगम ने किया है, लेकिन इस बिजली कनेक्शन और निर्बाध बिजली सप्लाई को लेकर पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी लगाई गई है. इसी वजह से लघु सचिवालय परिसर में सरल केंद्र के सामने बिजली घर बना हुआ है.
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इस बिजली घर को पूरी तरह से पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट संचालित करता है. यहीं से पूरे सचिवालय की बिजली को कंट्रोल किया जाता है. इसी बिजली घर के बिल्कुल पीछे लघु सचिवालय परिसर के बाहर कोर्ट कॉम्पलेक्स चौकी है. इसी चौकी से बिजली एक तार लाकर सचिवालय के बिजली घर में बने पैनल में सीधी जोड़ी गई है. बिजली चोरी करने के लिए जिस बिजली की तार का इस्तेमाल किया जा रहा है. उसको छिपाने की पूरी कोशिश की जा रही है.
बिजली की तार को चौकी के सामने की तरफ से छत पर से ही सीधे पीछे ले जाया गया है. यहां से पेड़ों के सहारे तार को नीचे उतारकर बिजली घर के पास रखे जनरेटर के पास से निकाला गया. यहां से आगे बिजली की तार के ऊपर जानबुझ कर मलबा डाला हुआ है, ताकि कोई तार देख ना पाए। वहीं जानबूझ कर बिजली घर की उस खिड़की से तार को निकाला गया है, जहां पर पौधे अधिक हैं, ताकि तार दिखाई न दें.
(इनपुटः सुनिल कुमार)