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सोनीपत: बहालगढ़ थाना क्षेत्र के गांव बडोली में उस समय सनसनी फैल गई, जब एक युवक ने अपनी बहन के माथे पर गोली मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया. बहन चंडीगढ़ में एमबीए की पढ़ाई कर रही थी और ताऊ की मौत के बाद आपने गांव बडोली आई हुई थी. पुलिस ने आरोपी की तलाश है. राखी पर एक लड़के के अपहरण का मुकदमा चंडीगढ़ दर्ज था। वारदात की सूचना मिलने के बाद बहालगढ़ थाना पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच की टीमें मौके पर पहुंची। पुलिस ने वारदात स्थल से नमूने एकत्रित कर शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में भिजवाया है.
दरअसल राखी नाम की युवती चंडीगढ़ में एमबीए की पढ़ाई कर रही है. उस पर एक युवक के अपहरण का मुकदमा चंडीगढ़ मे दर्ज था. वह इस मामले में जेल भी जा चुकी थी. बताया गया है कि बहन पर केस दर्ज होने की वजह से उसका भाई उससे खपा चल रहा है. हाल ही में ताऊ की मौत के बाद राखी गांव आई थी. शुक्रवार सुबह विजय ने राखी को माथे पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया.
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आरोपी विजय हत्याकांड को अंजाम देकर फरार हो गया. वारदात की सूचना मिलने के बाद बहालगढ़ थाना पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीमें मौके पर पहुंची. पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी. जांच अधिकारी रमेश के मुताबिक मामले की तफ्तीश के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी अपनी बहन से नाराज चल रहा था. क्राइम ब्रांच की टीमें विजय की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है.
नूंह जिला जेल के गेट के सामने हुडदंगबाजी का रहे कर रहे 12 गिरफ्तार
नूंह पुलिस ने जिला जेल के गेट के सामने हुडदंगबाजी करने के मामले में 12 आरोपियों को दबोचा. डीएसपी हेडक्वार्टर सुरेंद्र किन्हा ने बताया कि सदर थाना नूंह सहायक उप निरीक्षक राजेश अपनी टीम के साथ गांव छछेडा की तरफ जा रहा था. इस दौरान उसने जिला जेल नूंह के पास 10-12 युवकों को गाली गलौच और शोर मचाते देखा. युवकों को कहते सुना गया कि हमारा साथी शीला डॉन जेल से छूट जाएगा. अब मचाएंगे तहलका.
पुलिस को देख सभी भागने लगे. पुलिस ने 12 युवकों को दबोच लिया. उनके पास से 14 मोबाइल, 22,700 रुपये, पांच फॉर वीलर व अन्य सामान बरामद किया है. सुशील उर्फ शीला ने 5 साथियों के साथ मिलकर 2015 में जमीनी विवाद में 42 वर्षीय सजनपाल निवासी पांची जाटान थाना गन्नौर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस केस में शीला को 20 वर्ष की सजा हुई थी. हाल ही में शीला की 70 दिन की पैरोल मंजूर होने पर उसको गाड़ियों के काफिले के साथ उसके परिजन और दोस्त लेने आए थे.