The Kerala Story: फिल्म निर्माता प्रतिबंध के खिलाफ लड़ेंगे कानूनी लड़ाई, यूपी में हुई टैक्स फ्री
The Kerala Story: धर्मांतरण के बाद केरल की लड़कियों को आतंकी संगठन आईएस में शामिल करने के विषय पर बनी फिल्म पर पूरे देश में प्रतिबंध की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट में बैन से जुड़ी याचिका पर 15 जून को सुनवाई होगी.
The Kerala Story: पिछले शुक्रवार को रिलीज होने के साथ ही फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) को लेकर विवाद तेज हो गया है. साथ ही इसके विरोध और समर्थन की लड़ाई में कई राज्य, राजनीतिक दल, बॉलीवुड इंडस्ट्री समेत कई धड़े उतर चुके हैं. एक ओर योगी सरकार ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है. वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा तमिलनाडु में रिलीज़ होने के बाद फिल्म को पर्दे से हटा लिया गया. फिल्म पर बैन लगाने से जुड़ी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 15 जून को सुनवाई करेगा.
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इधर फिल्म निर्माता विपुल अमृतलाल शाह (Vipul Amritlal Shah) ने कहा कि वे पश्चिम बंगाल में फिल्म पर ममता बनर्जी सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे. दरअसल सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे केरल की महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित होने के लिए मजबूर किया गया और आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (IS) में भर्ती किया गया.
ममता बनर्जी ने 'द केरल स्टोरी' को बताया विकृत
पश्चिम बंगाल सरकार की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगते हुए आरोप लगाया कि 'द कश्मीर फाइल्स' समाज के एक वर्ग को अपमानित करने के लिए बनाई गई थी, जबकि 'द केरल स्टोरी' एक विकृत फिल्म है, जिसका उद्देश्य दक्षिणी राज्य को बदनाम करना है.
निर्माता ने बताया, फिल्म राष्ट्रीय महत्व की
वहीं फिल्म निर्माता विपुल शाह ने द केरल स्टोरी को गंभीर सामाजिक विषय पर आधारित फिल्म बताया. उन्होंने कहा कि अगर कोई राज्य सरकार या कोई निजी व्यक्ति फिल्म को रोकने की कोशिश करेगा तो हम हरसंभव कानूनी कार्रवाई करेंगे. शाह ने कहा कि फिल्म अब राष्ट्रीय महत्व की हो गई है. पीएम ने भी इस फिल्म के बारे में बात की है.
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अनुराग ठाकुर ने ममता से पूछे ये सवाल
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी फिल्म को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि फिल्म में धर्मांतरण के भयावह गठजोड़ को उजागर किया गया है. ममता बनर्जी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाकर पश्चिम बंगाल की बहनों और बेटियों के साथ अन्याय किया है. उन्हें यह बताना होगा कि वह आतंकवादी विचारधारा को बढ़ावा देने वालों के साथ खड़ी हैं या इसके खिलाफ.
अनुराग ठाकुर ने सवाल किया-यह समझ से परे है कि ममता बनर्जी की सहानुभूति आतंकवादी संगठनों के साथ क्यों है और केरल की उन मासूम लड़कियों के साथ नहीं, जो आतंकवाद की शिकार हुई थी. आज पूरा देश उनसे पूछना चाहता है कि उन्हें आतंकवाद पर केंद्रित फिल्म से इतनी समस्या क्यों है. ममता बनर्जी फिल्म पर प्रतिबंध से किसे खुश करने की कोशिश कर रही हैं? क्या उन्हें लगता है कि बंगाल के मुसलमान भारतीय संविधान की तुलना में आईएस से अधिक जुड़े हैं?
टीएमसी ने बीजेपी पर लगाया गंभीर आरोप
पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई ने कहा कि प्रतिबंध "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" को बाधित करने और अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के एक वर्ग को खुश करने का एक जबर्दस्त प्रयास था. हालांकि राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी ने पार्टी के खिलाफ आरोपों को "निराधार" बताया. साथ ही भाजपा पर 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले देशभर में "सांप्रदायिक माहौल बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया.