Delhi:  कनॉट प्लेस में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) द्वारा होटल, रेस्टोरेंट, बार, शोरूम और दुकानें सील गई हैं. जिससे व्यापारियों में दहशत का माहौल है. इस पर व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने पालिका के चेयरपर्सन अमित यादव और वाइस चेयरपर्सन सतीश उपाध्याय को पत्र लिखा है. CTI के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने कहा कि NDMC मनमाने ढंग से प्रॉपर्टी टैक्स वसूल रही है. साथ ही बिना नोटिस के दुकानों को सील किया गया है.


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व्यापारी ईमानदारी से काम करना चाहता है. मगर, प्रॉपर्टी टैक्स की 3 तरह से गणना होगी तो ठीक नहीं है. बृजेश गोयल ने बताया कि NDMC अपने क्षेत्र में अलग-अलग तरह से प्रॉपर्टी टैक्स आंक रही है. कुछ UAM, रियल रेट के आधार पर तो कुछ संपत्ति मार्केट के अनुमानित रेट के हिसाब से आंकते हैं. CP में जिस प्रॉपर्टी का किराया सबसे अधिक है, उसके हिसाब से किसी भी प्रॉपर्टी का असेसमेंट कर देते हैं. इससे कई प्रॉपर्टी की टैक्स डिमांड 100 गुना तक बढ़ जाती है.


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अगर NDMC ने प्रॉपर्टी टैक्स की गणना को व्यावहारिक और तर्कसंगत नहीं बनाया तो CP समेत पूरे NDMC एरिया में सैकड़ों दुकानें सील हो सकती हैं. सीटीआई ने इस मुद्दे पर व्यापारियों को लेकर आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है. सीटीआई महासचिव विष्णु भार्गव और गुरमीत अरोड़ा ने बताया कि उन्होंने अमित यादव और सतीश उपाध्याय से मिलने का समय मांगा है. उन्हें वास्तविक स्थिति बताएं. साथ ही दबाव डालेंगे कि NDMC जल्द संसद को UAM फॉर्म्युले का प्रस्ताव दें. तभी ट्रेडर्स को राहत मिल सकेगी.


अगर NDMC के अधिकारियों की मानें तो 40 में 14 प्रॉपर्टी के खिलाफ सोमवार से एक्शन हुआ है. तीन दिनों में 14 में से 7 प्रॉपर्टी सील हुई हैं. CP में कुल 6735 प्रॉपर्टी हैं, जिनमें 900 से ज्यादा संपत्ति मालिकों पर 1948 करोड़ रुपये बकाया हैं. नई दिल्ली एरिया में करीब 16000 प्राइवेट प्रॉपर्टी हैं, जिसमें CP में 6735 हैं। वहीं 1600 सरकारी संपत्ति है.