Haryana News: विनेश फोगाट ने चुनौतियों से नहीं मानी कभी हार,जानें कैसे बनीं पदक की प्रबल दावेदार
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Haryana News: विनेश फोगाट ने चुनौतियों से नहीं मानी कभी हार,जानें कैसे बनीं पदक की प्रबल दावेदार

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक की शुरुआत हो चुकी है. वहीं इस बार विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में 500 किलोग्राम भारवर्ग में अपना दम-खम दिखाने वाली हैं. विनेश का मैच 6 अगस्त को है

Haryana News: विनेश फोगाट ने चुनौतियों से नहीं मानी कभी हार,जानें कैसे बनीं पदक की प्रबल दावेदार

Charkhi Dadri News: पहले रियो ओलंपिक की चोट तो बाद में टोकियो ओलंपिक में ऑप्रेशन के बाद मैदान में उतरने पर हार की टीस. इस बार दंगल गर्ल की चचेरी बहन विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में 500 किलोग्राम भारवर्ग में अपना दम-खम दिखाने वाली हैं. वहीं सबको उनसे पेरिस ओलंपिक में गोल्ड की उम्मीद भी है. 

6 अगस्त को है विनेश का मैच 
चरखी दादरी के गांव बलाली निवासी विनेश गीता-बबीता फोगाट की चचेरी बहन व द्रोणाचार्य अवार्ड महाबीर फोगाट की भतीजी हैं. अपने सफल कुश्ती करियर में विनेश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. विनेश तीसरी बार ओलंपिक में 50 किलोग्राम भारवर्ग में अपना जौहर दिखाने के लिए मैदान में उतरेंगी. ओलंपिक में विनेश 6 अगस्त को मैट पर उतरेंगी और इस बार देशवासियों को उनसे गोल्ड की पूरी आशा है. 

विनेश ने कई खेलों में जिते हैं मेडल 
बता दें कि विनेश फोगाट का अबतक का करियर बहुत ही शानदार रहा है. विनेश ने 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों औक एशियाई खेलों में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया था. इतनी ही नहीं इन्होंने वश्व चैंपियनशिप में 2 ब्रॉंज मेडल जीते हैं. अगर बात करें एशियाई चैंपियनशिप की तो उसमें विनेश ने 1 गोल्ड, 3 सिलवर और 4 ब्रॉंज जीते हैं. 

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महाबीर फोगाट को है बेटी पर पूरा भरोसा 
वहीं द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर फोगाट ने कहा कि मेहनत के बूते विनेश ने अपने वजन को कम कर लिया है. इस बार 50 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर वह देश का नाम रोशन करेंगी. विनेश की मेहनत पर पूरा भरोसा है और विनेश को मेडल जीतने के लिए ही कुश्ती के गुण सिखाए गए हैं. महाबीर फोगाट को टेकल कर काउंटर वाला दांव को लेकर विनेश फोगाट पर पूरा विश्वास है. बेटी देश के लिए सोना जरूर जीतेगी.  विनेश के साथ दूसरी लड़कियां भी कुश्ती में मेडल की झड़ी लगाएंगी. साथ ही उनको कुश्ती में लड़कों का चयन नहीं होने का मलाल भी है. उन्होंने कोच व ट्रेनरों के साथ लड़कों को नसीहत दी कि कुश्ती में मेहनत पर 2028 में अपनी प्रतिभा जरूरी दिखाएं.

Input- Pushpender Kumar