Wealth Report 2023: देश में तेजी से बढ़ रहे सुपर रिच पर्सन, हर 10 में से 9 अरबपतियों की भी बढ़ी संपत्ति
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Wealth Report 2023: देश में तेजी से बढ़ रहे सुपर रिच पर्सन, हर 10 में से 9 अरबपतियों की भी बढ़ी संपत्ति

Wealth Report 2023: कैपजेमिनी की 'वर्ल्ड वेल्थ रिपोर्ट' के अनुसार, साल 2022 में भारत के सबसे अधिक अमीर लोगों की नेटवर्थ में इजाफा हुआ है, साथ ही हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) की आबादी में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

Wealth Report 2023: देश में तेजी से बढ़ रहे सुपर रिच पर्सन, हर 10 में से 9 अरबपतियों की भी बढ़ी संपत्ति

Wealth Report 2023: साल 2022 में भारत के सबसे अधिक अमीर लोगों की नेटवर्थ में इजाफा हुआ है. देश में हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) की आबादी में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिसके बाद अब देश के कुल 308 लोग अब अल्ट्रा-रिच की श्रेणी में आ गए. वहीं अगर विश्वस्तरीय आकड़ों की बात करें तो  कैपजेमिनी की 'वर्ल्ड वेल्थ रिपोर्ट' के अनुसार, वैश्विक स्तर पर, यह 7.8 प्रतिशत से बढ़कर 22.5 मिलियन व्यक्ति हो गया, महामारी के बाद भी हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल में इजाफा हुआ है. 

अन्य देशों की तुलना में कम है HNI
वहीं अगर आकड़ों की बात करें तो भारत में अन्य देशों की तुलना में हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) की आबादी  काफी कम है. साल 2020 में भारत में 261 एचएनआई थे, जो 2021 में बढ़कर 308 हो गए. सामूहिक रूप से भारतीयों की संपत्ति में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई. 

रिपोर्ट के अनुसार, संपत्ति में वद्धि की वजह
1. भारत के केंद्रीय बैंक से Higher liquidity support, यहां पर Liquidity का मतलब सहजता से है.  
2. घरेलू सरकार की नीतियों का समर्थन करना
3. टीकाकरण अभियान में लगातार वृद्धि
4. शानदार रिटर्न देने वाले बाजार के माध्यम से धन का विस्तार

वहीं रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया की साल 2021 में  निफ्टी 50 ने 24 फीसदी का और सेंसेक्स ने 22 फीसदी का रिटर्न दिया.

कैपजेमिनी की 'वर्ल्ड वेल्थ रिपोर्ट' के अनुसार, अल्ट्रा-एचएनआई में वो लोग आते हैं, जिनकी संपत्ति 30 मिलियन डॉलर से अधिक है. दुनियाभर में लगभग 220,221 व्यक्तियों के पास 30 मिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति है. इसमें  पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में, भारत और ताइवान अल्ट्रा-एचएनआई श्रेणी में सबसे ज्यादा योगदान देने वाले देश हैं. साल 2022 में भारत में हर 10 अल्ट्रा-एचएनआई में से नौ की संपत्ति में इजाफा हुआ. ये औसत ग्लोबल औसत का दोगुने से भी अधिक है, ग्लोबली प्रत्येक 10 में से चार लोगों की संपत्ति में ही साल 2022 में बढ़त दर्ज की गई है.

रिपोर्ट के अनुसार भारत का प्रदर्शन बेहतर
रिपोर्ट के अनुसार, 'लंबे समय तक चलने वाले आर्थिक और भू-राजनीतिक संकट ने अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट देखी गई, लेकिन भारत के लचीले आर्थिक प्रदर्शन ने देश को संकट के इस साल में भी ग्लोबल ट्रेंड को मात दी'. 

क्रिप्टोकरेंसी में सबसे ज्यादा निवेश
विश्व स्तर पर, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) में 71 प्रतिशत ने क्रिप्टो और Non-fungible Tokens (NFT) जैसी डिजिटल संपत्ति में निवेश किया.  इसके अलावा, इनमें से लगभग 91 प्रतिशत HNI ने डिजिटल संपत्ति में निवेश किया, जो 40 साल से कम उम्र के थे. साल 2022 में  क्रिप्टोकरेंसी HNI की सबसे पसंदीदा संपत्ति रही, उसके बाद Exchange-traded Funds (ETFs) और मेटावर्स शामिल हैं. 

इक्विटी आवंटन
साल 2022 में जापान ने HNI संपत्ति का 36 प्रतिशत इक्विटी में निवेश किया, इसके साथ ही वो highest equity allocation वाला देश रहा. वहीं अमेरिका 32 फीसदी HNI संपत्ति के निवेश के साथ दूसरे नंबर पर रहा.