IDF World Dairy Summit 2022 क्यों हो रही है, इससे किसानों-महिलाओं को क्या फायदा मिलेगा?
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IDF World Dairy Summit 2022 क्यों हो रही है, इससे किसानों-महिलाओं को क्या फायदा मिलेगा?

World Dairy Summit 2022 का पीएम मोदी आज 10.30 बजे उद्धाटन करेंगे. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही कार्यक्रम स्थल पहुंच चुके हैं. उन्होंने पीएम मोदी के स्वागत में ट्वीट भी किया है. भारत में डेयरी समिट 48 साल बाद हो रही है. 

  • — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 12, 2022

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IDF World Dairy Summit 2022 क्यों हो रही है, इससे किसानों-महिलाओं को क्या फायदा मिलेगा?

IDF World Dairy Summit 2022: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में विश्व डेयरी सम्मेलन-2022 का आज उद्घाटन करेंगे. यह सम्मेलन इंडिया एक्सपो मार्ट में होगा जो कि 12 से 15 सितंबर तक चलेगा. इस सम्मेलन में 40 देश हिस्सा ले रहे हैं. पीएम मोदी के आगमन पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाकायदा उनके स्वागत में एक ट्वीट किया है. इस सम्मेलन में महिला सशक्तिकरण, किसानों को डेयरी फार्मिंग की उत्तम तकनीक से रूबरू कराना है. इससे किसानों डेयरी फार्मिंग में और बेहतर काम करके लाभ कमा सकते हैं, देश को उन्नत बना सकते हैं.

48 साल बाद भारत कर रहा मेजबानी
भारत 48 साल बाद विश्व डेयरी सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. देश ने आखिरी बार 1974 में अंतरराष्ट्रीय डेयरी कांग्रेस की मेजबानी की थी. इस साल विश्व डेयरी सम्मेलन-2022 की थीम- डेयरी फॉर न्यूट्रीशन एंड लाइवलीहुड है. 48 साल पहले जब सम्मेलन हुआ था तब देश दुग्ध उत्पादों के लिए आयात पर निर्भर था. भारत अब दूध उत्पादों के मामले में आत्मनिर्भर बन चुका है. भारत की कोशिश है कि आने वाले वर्षों में दुग्ध उत्पादों का निर्यातक बने.

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भारत में डेयरी क्षेत्र का होगा विकास
सम्मेलन में वैज्ञानिक, तकनीकी, व्यावसायिक और विपणन सेशन होंगे. इसमें दुनियाभर के डेयरी विशेषज्ञ, नेता और संबंधित पक्ष डेयरी क्षेत्र के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. इसके जरिये भारत विकसित देशों से सबक लेकर दूध उत्पादकता में सुधार करेगा. आपको बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है. यह उपलब्धि लाखों छोटे और सीमांत डेयरी किसानों के माध्यम से हासिल की गई है. इनके लिए डेयरी एक आजीविका का महत्वपूर्ण स्रोत है. पिछले 50 साल में भारतीय डेयरी क्षेत्र बड़े परिवर्तन आए हैं. इस लिहाज से यह आयोजन महत्वपूर्ण है. 

40 देशों के 1500 प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
विश्व डेयरी सम्मेलन में 40 देशों से करीब 1,500 प्रतिभागी भाग लेंगे. इसमें डेयरी प्रसंस्करण कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ), डेयरी किसान, डेयरी उद्योग के आपूर्तिकर्ता, शिक्षाविद, सरकारी प्रतिनिधि आदि शामिल हैं. इसमें उद्यमी या कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगी.

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भारत दुनिया का सबसे अधिक दूध उत्पादक देश है और यहां दुनिया के सबसे अधिक मवेशी हैं. भारत में छोटे डेयरी फॉर्म हैं जहां मालिक के पास तीन से पांच मवेशी हैं. जबकि विकसित देशों जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कनाडा आदि में बड़े फॉर्म हैं जहां औसतन 200-400 मवेशी होते हैं. यह सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब कई उत्पादक केंद्र मवेशियों की एलएसडी बीमारी का सामना कर रहे हैं. भारत अपना छोटे फॉर्म वाला अनूठा मॉडल इस सम्मेलन के माध्यम से दुनिया को दिखाना चाहता है.

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