विश्व के टॉप 10 प्रदूषित राजधानी शहरों में दिल्ली नं. 1, जानें क्या है इसकी वजह
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विश्व के टॉप 10 प्रदूषित राजधानी शहरों में दिल्ली नं. 1, जानें क्या है इसकी वजह

भारत की राजधानी दिल्ली लगातार चौथी साल भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन गई है और इसी के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की बात करें तो पहले नंबर पर भिवाड़ी और दूसरे पर गाजियाबाद है. 

विश्व के टॉप 10 प्रदूषित राजधानी शहरों में दिल्ली नं. 1, जानें क्या है इसकी वजह

World Air Quality Report 2021: भारत के लिए एक बार फिर से गंभीर चिंता का विषय है कि दिल्ली (Delhi) लगातार चौथी साल भी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन गई है. इसके बाद ढाका (Dhaka) (बांग्लादेश), नजामिना (N'Djamena) (चाड), दुशांबे (Dushanbe), मस्कट (Muscat) (ओमान), काठमांडू (Kathmandu), मनामा (Manama), बगदाद (Baghdad), बिश्केक (Bishkek) और दसवें नंबर पर ताशकंद (Tashkent) हैं. इसी के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की बात करें तो पहले नंबर पर भिवाड़ी और दूसरे पर गाजियाबाद है.

दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित देशों में से एक है और लगातार दिल्ली की जनता इससे जूझ रही है. यहीं, वजह है कि दूसरे साल भी भारत की राजधानी दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप पर है. इस सर्वे में दुनिया के 6,475 शहरों का डेटा शामिल किया गया है. इसी के साथ अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड्स की रिपोर्ट की बात की जाए तो बांग्लादेश सबसे प्रदूषित देश है और चाड दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित देश है.

इसी के साथ चीन इस रैंकिंग में 22वें नंबर पर स्थित है. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 15 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर सेंट्रल और दक्षिण एशिया में है. इनमें से 10 शहर भारत के शामिल हैं. पहले नंबर पर अगर बांग्‍लादेश की बात की जाए तो, यहां प्रदूषण 15 गुना ज्यादा है और प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह है वाहन, ईटभट्टों और कारखानों से निकलने वाला धुआं. इसी के साथ शहर में उड़ती धूल प्रदूषण की एक बड़ी वजह बन गई है.

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दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर

आपको बता दें कि लगातार दूसरे साल भारतीय राजधानी दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप पर है. दिल्ली-NCR में खराब हुई हवा अभी भी खराब श्रेणी में है. इसके चलते दिल्ली और उससे सटे इलाकों में स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गए थे. तो वहीं, बीते दिनों AQI 300 के नीचे दर्ज किया गया है और इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने प्राधिकारियों को चरणबद्ध कार्रवाई कार्य योजना (ग्रेप) के तीसरे चरण के तहत दिल्ली- NCR में लागू पाबंदियां हटा दी हैं.

आने वाले दिनों में एक बार फिर से निर्माण एवं विध्वंस गतिविधियां फिर से शुरू हो सकती हैं. हालांकि, संबंधित एजेंसियों को धूल नियंत्रण के नियमों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है. CAQM रिपोर्ट के मुताबिक, बीते सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 294 दर्ज किया गया जो GRAP का तीसरा चरण लागू करने के मानकों से करीब 100 अंक नीचे है. वहीं, केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने अपने एक आदेश में कहा कि एक्यूआई में सुधार बने रहने की संभावना है और पूर्वानुमान अगले कुछ दिनों में दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट का कोई संकेत नहीं देता है. उप समिति ने जीआरएपी के तीसरे चरण (गंभीर वायु गुणवत्ता) के तहत कार्रवाई करने के 29 अक्टूबर के अपने आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का फैसला किया है.