Wrestlers Protest: खिलाड़ियों के मुद्दे पर सियासत हाई, मायावती-अखिलेश की चुप्पी क्यों?
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Wrestlers Protest: खिलाड़ियों के मुद्दे पर सियासत हाई, मायावती-अखिलेश की चुप्पी क्यों?

देश में इस समय खिलाड़ियों का मुद्दा सबसे ज्यादा गरमाया हुआ है. पिछले कई दिनों से खिलाड़ी जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. खालाड़ियों का प्रदर्शन अब पूरी तरह से राजनीतिक रूप लेता हुआ दिख रहा है.

Wrestlers Protest: खिलाड़ियों के मुद्दे पर सियासत हाई, मायावती-अखिलेश की चुप्पी क्यों?

Wrestlers Protest: देश में इस समय खिलाड़ियों का मुद्दा सबसे ज्यादा गरमाया हुआ है. पिछले कई दिनों से खिलाड़ी जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. खालाड़ियों का प्रदर्शन अब पूरी तरह से राजनीतिक रूप लेता हुआ दिख रहा है. जंतर-मंतर पर तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेता पहुंच रहे हैं और खिलाड़ियों के समर्थन में आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कुछ पूर्व खिलाड़ी और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण का समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में वार-पलटवार का दौर जारी है. 

मायावती और अखिलेश यादव की चुप्पी क्यों ?
खिलाड़ियों से जुड़े इस पूरे प्रकरण के बीच दिलचस्प बात तो यह है कि इस पूरे मामले से बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव अब तक दूरी बनाए हुए हैं. इस पूरे मामले पर कुछ लोगों को कहना है कि बृजभूषण सिंह का साफ तौर पर कई संसदीय सीटों पर असर है. ऐसे में जब चुनाव करीब है तो मायावती और अखिलेश यादव किसी भी सूरत में बृजभूषण सिंह के खिलाफ बयान देने से बचने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं बृजभूषण सिंह ने अखिलेश यादव को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव मामले की सच्चाई जानते हैं इसीलिए वह कुछ नहीं बोल रहे हैं. आपको बता दें कि मुलायम सिंह से बृजभूषण सिंह के काफी अच्छे रिश्ते रहे हैं, बीजेपी में आने से पहले बृजभूषण सिंह सपा के साथ ही थे. साल 2009 में सपा के टिकट पर बृजभूषण सिंह सांसद रह चुके हैं. ऐसे में इस बात का भी कयास लगाया जा सकता है कि बीजेपी से रिश्ते खराब होने पर बृजभूषण सिंह को सपा अपनी पार्टी में शामिल करा ले.

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बृजभूषण सिंह के खिलाफ क्यों एक्शन नहीं ले रही बीजेपी
बता दें कि बृजभूषण सिंह कैसरगंज सीट से सांसद है. बृजभूषण तीन अलग-अलग सीट से भी सासंद रह चुके हैं. मतलब साफ है कि बृजभूषण सिंह का चार सीटों पर सीधा असर है. 2024 का लोकसभा चुनाव काफी करीब है, तमाम दल अपनी तैयारियों में जुटे हैं. ऐसे समय में बीजेपी के लिए हर एक सीट अपने आप में बहुत ही खास है. शायद इसलिए बीजेपी बृजभूषण के खिलाफ कोई एक्शन लेने में हिचक रही है. दूसरी तरफ 2024 के लोकसभा में बीजेपी उन सीटों को जीतने की भी तैयारी कर रही है, जहां सपा का दबदबा है. अब ऐसे में अगर बीजेपी बृजभूषण के खिलाफ कोई कार्रवाई करती है तो पार्टी के लिए अवध की कई सीट मुश्किल में पड़ सकती है.  

आपको बता दें कि मिडिया से बात करते हुए बृजभूषण सिंह ने आज कहा है कि अगर पार्टी इस्तीफा देने को कहेगी तो मैं तुरंत इस्तीफा दे दूंगा. पूरे मामले में केस दर्ज हो चुका है, जांच चल रहा तो जांच होने दिजिए.

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