Yamunanagar News: सुनो सरकार कब निकलेगा समाधान! प्रॉपर्टी व फैमिली ID बनी जी का जंजाल
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1708252

Yamunanagar News: सुनो सरकार कब निकलेगा समाधान! प्रॉपर्टी व फैमिली ID बनी जी का जंजाल

Yamunanagar News: प्रॉपर्टी आईडी हो या फिर फैमिली आईडी इन दोनों का सर्वे सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट बेस पर करवाया. एक ही प्लाट और मकान पर 2-2 प्रोपटी आईडी बना दी गई, जिसमें एक भाग अप्रूड में दिखा दिया गया, तो दूसरा भाग अनअप्रूड दिखा दिया, जिसको लेकर जब यह निगम या संबंधित विभाग में गए तो उनको विभागों को चक्कर काटने पर मजबूर होना पड़ रहा है.

Yamunanagar News: सुनो सरकार कब निकलेगा समाधान! प्रॉपर्टी व फैमिली ID बनी जी का जंजाल

Yamunanagar News: प्रॉपर्टी आईडी व फैमिली आईडी को लेकर आमजन आज भी कहीं न कहीं परेशान होता दिखाई दे रहा है, जिसके चलते जी मीडिया की टीम ने लोगों के पास जाकर जीरो ग्राउंड पर रिपोर्ट तैयार की. लोगों का कहना है कि प्रॉपर्टी आईडी हो या फिर फैमिली आईडी इन दोनों का सर्वे सरकार ने कॉन्ट्रैक्ट बेस पर करवाया, जिन लोगों ने सर्वे किया उन्होंने सर्वे या तो अपने घर पर बैठकर किया या फिर इधर-उधर पार्कों में बैठकर किया है. क्योंकि प्रॉपर्टी आईडी और फैमिली आईडी में लगभग एक ही समस्या सामने नजर आई ओर वो थी, उनकी प्रॉपर्टी आईडी किसी ओर के नाम कर दी.

एक ही प्लाट और मकान किया 2-2 प्रोपटी आईडी बना दी गई, जिसमें एक भाग अप्रूड में दिखा दिया गया, तो दूसरा भाग अनअप्रूड दिखा दिया, जिसको लेकर जब यह निगम या संबंधित विभाग में गए तो उनको विभागों को चक्कर काटने पर मजबूर होना पड़ रहा है. वहीं, फैमिली आईडी की बात की जाए तो आज भी लोगों ने फैमिली आईडी के लिए ये भी कहा कि उनकी फैमिली आईडी बने 1 साल से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन एक मजदूर व्यक्ति की आय ₹5 लाख तक दिखाई गई, जिसकी वजह से उनके पीला राशन कार्ड व आयुष्मान कार्ड कट चुके हैं.

लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों की बड़ी सिफारिशें हैं उनकी फैमिली आईडी में इनकम आज भी ₹1,80,000 से कम दिखाई हुई है, लेकिन गरीब व्यक्ति और गरीब होता जा रहा है, वहीं जब जी मीडिया संवाददाता सीएससी सेंटर पहुंचे तो उसने बताया कि उसके पास हर रोज काफी लोग आते हैं जो कि फैमिली आईडी और प्रॉपर्टी आईडी को ठीक करवाने के लिए आते हैं, उन्होंने बताया कि मैं तो सिर्फ सीएससी सेंटर से रिक्वेस्ट ही डाल सकती हूं, लेकिन निगम व संबंधित विभागों में बैठे लोग काम करने की वजह इन लोगों से चक्कर पर चक्कर कटवाते रहते हैं बोलते रहते हैं कि कभी साइट नहीं चलती तो कभी कंप्यूटर नहीं चलता, जिसकी वजह से आम आदमी परेशानी में पिसता जा रहा है.

ये भी पढ़ेंः प्रॉपर्टी आईडी क्यों बन चुकी है हरियाणावासियों के लिए मुसीबत की जड़, आखिर दिक्कत कहां है?

दूसरों की तकलीफों को दूर करते-करते हैं स्वयं सीएससी सेंटर चलाने वाली रेखा खुद अपना दर्द बयान करने लगी. उन्होंने कहा कि उनकी फैमिली आईडी में इतनी ज्यादा इनकम दिखा दी गई थी कि उनका जो राशन कार्ड बना हुआ था वह भी कट गया और डिपो से राशन मिलना बंद हो गया. उन्होंने घूम फिर कर इधर-उधर स फैमिली आईडी ठीक कराई तो अब उनका राशन नहीं मिल रहा. उन्होंने निगम कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके एक जानकार काफी समय से निगम का काम नहीं हो रहा था तो उन्होंने किसी को पैसे दिए तो उनका काम हो गया. एक और दूसरे व्यक्ति ने आरोप लगाए कि अगर कोई भी काम करवाना है तो पैसे ले देकर काम हो जाता है.

देखना होगा कि जिस तरह से लोग विभाग में चक्कर पर चक्कर काट कर परेशान हो चुके हैं और अब गर्मी में अपने घर पर बैठे हैं उनकी समस्याओं का समाधान कब तक होगा. सीएससी सेंटर चलाने वाली महिला ने आरोप लगाए कि निगम में बिना पैसे लिए दिए कोई काम नहीं होता. इस बात से लगता है कि कहीं न कहीं बिना लिए दिए कोई काम नहीं होता.

(इनपुटः कुलवंत सिंह)

Trending news