सुरक्षित माहौल देने के लिए यमुनानगर में चला सीलिंग प्लान, 243 वाहनों के चालान काटे
सीलिंग प्लान किसी भी आपात स्थिति से निपटने, अपराध को अंजाम देकर भागने वाले अपराधी को पकड़ने व अपराधों की रोकथाम के लिए जिला पुलिस द्वारा किया जाता है.
कुलवंत सिंह/यमुनानगर: आम नागरिकों की सुरक्षा, अपराधों की रोकथाम व किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए यमुनानगर जिले में सोमवार दोपहर 2 से लेकर शाम 6 बजे तक सीलिंग प्लान के तहत एक अभियान चलाया गया. इस दौरान जिले में 50 नाके लगाकार पुलिस ने 243 वाहनों का चालान किया.
पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने पुलिस प्रवक्ता के माध्यम से बताया कि एडीजीपी श्रीकांत जाधब के निर्देश के मुताबिक प्लान के तहत पूर्व में स्थाई नाके लगाए गए हैं. जिला के सभी डीएसपी, एसएचओ और दूसरे स्टाफ को अपने नाकों की जानकारी होती है. जैसे ही सीलिंग प्लान के आदेश हुए तो अधिकारी-कर्मचारी अपने नाके पर तैनात होकर जांच करने लग गए.
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सीलिंग प्लान किसी भी आपात स्थिति से निपटने, अपराध को अंजाम देकर भागने वाले अपराधी को पकड़ने व अपराधों की रोकथाम के लिए जिला पुलिस द्वारा किया जाता है. पुलिस अधीक्षक ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपराध या अपराधी की सूचना मिलते ही तुरंत निर्धारित नाकों पर पहुंचने के निर्देश दिए थे. प्लान के तहत जिला पुलिस दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक कार्रवाई करती नजर आई. इन 4 घंटों में पुलिस ने जिलेभर में 1774 वाहनों को चेक किया. इस दौरान 243 वाहनों के चालान भी काटे. इनमें से कुछ वाहनों को इंपाउंड किया गया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस की उपस्थिति से आम आदमी के मन में पुलिस व कानून के प्रति विश्वास बढ़ता है. कहीं न कहीं सड़क पर होने वाला अपराध भी रुकता है. इसके अंतर्गत सभी पर्यवेक्षण अधिकारियों, प्रबंधक थाना, पुलिस चौकी व अपराध यूनिट्स के इंचार्ज को निर्देश दिए हैं कि वह भविष्य में सूचना मिलते ही अपने-अपने क्षेत्र में तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करते हुए सीलिंग प्लान के अनुसार कार्य करें, जिससे अपराधों की रोकथाम की जा सके और अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार कर किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.