YouTuber Manish Kashyap: मजदूरों की पिटाई का फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिहाई की मांग को लेकर नोएडा (Noida) में उसका एक समर्थक देर शाम नोएडा के सेक्टर-93 में एक टावर के ऊपर चढ़ गया. वहां से मनीष कश्यप को छोड़ने की मांग करने लगा. युवक को टावर पर चढ़े हुए देखकर लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया. युवक लोगों को देखकर युवक मनीष कश्यप रिहाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगा और नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाने लगा.


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सूचना मिलते ही पुलिस आला अधिकारी और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंच गई और संयुक्त अभियान चलाकर उसे समझा-बुझाकर नीचे उतारा गया पुलिस युवक का मेडिकल करवा रही है. हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़े हुए युवक का नाम करण ठाकुर है और वह बिहार के जिला सिवान का रहने वाला है. ACP रजनीश वर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जेपी फ्लाईओवर सेक्टर-128 के पास बने बिजली के 11 हजार  हाईटेंशन लाइन के टावर पर करन ठाकुर नाम युवक देर शाम चढ गया और यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिहाई की मांग करने लगा.


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मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, तो उसने ऊपर से कूदने की धमकी देना शुरू कर दिया. ऐसे में काफी समझा कर शांत कराया गया. इसके बाद दमकल विभाग की हाइड्रोलिक मशीन पर चढ़कर अधिकारी युवक के पास पहुंचे और उसे समझा-बुझाकर नीचे उतारा गया. जब करन ठाकुर को नीचे उतारा जा रहा था इस दौरान मनीष कश्यप के समर्थन में लगातार नारे लगाता रहा और बिहार के नेताओं के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा रहा था. उसने बताया कि वह मनीष कश्यप का दोस्त है और 15 दिन पहले ही नोएडा मजदूरी करने के लिए आया था. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और उसका मेडिकल करा रही है.


जानें, क्या था पूरा मामला


आपको बता दें कि मनीष कश्यप पर एक वीडियो अपलोड करने का आरोप लगा था. इस वीडियो में बिहार के प्रवासी मजदूरों को परेशान किया जा रहा था. एस वीडियो को सोशल मीडिया पर एक हजार से भी अधिक बार देखा गया था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना की जांच के आदेश दिए थे. तो दूसरी तरफ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न के आरोपों से इनकार किया और अपने बिहार समकक्ष को आश्वासन दिया कि श्रमिकों को शिक्षित नहीं किया गया. इस बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने मनीष कश्यप को 22 मार्च को गिरफ्तार कर लिया.


(इनपुटः बलराम पांडेय)