महाराष्ट्र: फडणवीस ने पुलिस विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग के दिए `सबूत`, CBI जांच की उठाई मांग
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का दावा है कि खुफिया विभाग ने कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर यह रिपोर्ट दी थी. उन्होंने दावा किया कि तत्कालीन खुफिया आयुक्त रश्मि शुक्ला ने इजाजत लेकर फोन रिकॉर्ड किए थे. कॉल पर की गई बातचीत का ‘6.3 जीबी डेटा’ उनके पास है जिसमें कई अहम पुलिस अधिकारियों के नामों पर चर्चा की गई थी.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanavis) ने महाराष्ट्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. फडणवीस ने मंगलवार को दावा किया कि पुलिस महकमे में तबादले और पोस्टिंग में ‘बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार’ को लेकर खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार ने कार्रवाई नहीं की. उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. इसी सिलसिले में उन्होंने दिल्ली में गृह सचिव से भी मुलाकात की.
गृह सचिव को सौंपे सबूत
मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा, 'मेरे पास जो सबूत थे मैंने बंद लिफाफे में गृह सचिव को सौंप दिए हैं. मेरे पास जो जानकारी थी उसकी पूरी ब्रीफिंग भी मैंने उन्हें दी है. मैंने उनसे सीबीआई जांच की मांग की है. गृह सचिव ने मुझे कहा कि वो सारी चीजें देखेंगे और सरकार उस पर उपयुक्त कार्रवाई करेगी.' फडणवीस का दावा है कि खुफिया विभाग ने कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर यह रिपोर्ट दी थी.
फडणवीस का दावा है कि खुफिया विभाग ने कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर यह रिपोर्ट दी थी. पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने दावा किया कि तत्कालीन खुफिया आयुक्त रश्मि शुक्ला ने इजाजत लेकर फोन रिकॉर्ड किए थे. कॉल पर की गई बातचीत का ‘6.3 जीबी डेटा’ उनके पास है जिसमें कई अहम पुलिस अधिकारियों के नामों पर चर्चा की गई थी.
भाजपा नेता ने कहा कि इन सभी फोन कॉल को राज्य सरकार से उचित अनुमति लेकर शुक्ला ने रिकॉर्ड किया था लेकिन अगस्त 2020 में मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) को रिपोर्ट सौंपने के बावजूद रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
उन्होंने कहा, ''मैं इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रहा हूं.'
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परबीर सिंह की याचिका पर सुनवाई कल
इस बीच मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) बुधवार को सुनवाई करेगा. अपनी याचिका में परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और सीबीआई (CBI) जांच की मांग की है. उन्होंने अपने तबादले के आदेश को भी याचिका में चुनौती दी है.
शरद पवार से गलत बातें कहलवाई गईं: फडणवीस
इससे पहले इस पूरे मामले को लेकर देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने NCP सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) पर गंभीर आरोप लगाए. फडणवीस ने कहा कि एनसीपी ने शरद पवार से गलत बातें कहलवाईं. उन्हें गलत जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि अनिल देशमुख 15 से 27 फरवरी तक आइसोलेट नहीं थे और इस बीच वह कई अधिकारियों से मिले.
ट्रांसफर पोस्टिंग पर उठाए सवाल
फडणवीस ने कहा कि 100 करोड़ की वसूली के आरोप गंभीर हैं. देशमुख पर शरद पवार के दावे झूठे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ट्रांसफर पोस्टिंग पर भी सवाल उठाए. फडणवीस ने कहा कि अनिल देशमुख 15 को नागपुर से मुंबई आए थे. देशमुख की मूवमेंट पर पुलिस के पास सबूत भी हैं.
झूठे हैं शरद पवार के दावे: फडणवीस
फडणवीस ने कहा कि सोमवार को शरद पवार ने कहा कि परमबीर के दावे इसलिए झूठे हैं क्योंकि, गृह मंत्री पहले तो अस्पताल में थे, उसके बाद वह होम क्वारंटीन में थे. 15 को वह प्राइवेट जेट से मुंबई आ गए थे. लेकिन पुलिस विभाग के दस्तावेज के मुताबिक, ऐसा लिखा है कि 17 फरवरी को अनिल देशमुख दोपहर 3 बजे सह्याद्रि जाएंगे और 24 फरवरी को मंत्रालय जाएंगे.