नई दिल्ली: 20,310 फीट ऊंची उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी का आरोहण कर सेवन समिट चैलेंज पूर्ण कर भारत पहुंची डीआईजी अपर्णा कुमार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक एसएस देसवाल ने आज बल मुख्यालय में सम्मानित किया है. इस दौरान, आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने कहा कि अपर्णा कुमार की सफलता निश्चित रूप से आईटीबीपी और पूरे देश के लिए यह सम्मान का विषय है. 


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उन्‍होंने कहा कि पहली बार किसी आईपीएस और आईटीबीपी अधिकारी ने सेवन समिट चैलेंज सफलतापूर्वक पूर्ण कर इतिहास रचा है. उल्‍लेखनीय है कि आईटीबीपी देश में साहसिक खेलों के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाती रही है. बल के जवान पर्वतारोहण और स्कीइंग में दक्ष होते हैं. आईटीबीपी ने अब तक 212 सफल पर्वतारोहण अभियानों का संचालन करके कीर्तिमान स्थापित किया है. 


उन्‍होंने बताया कि आईटीबीपी साहसिक खेलों में निपुण होने के कारण ही हिमालयों में बचाव एवं राहत कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाती रही है. हाल ही में बल सदस्‍यों ने नंदा देवी ईस्ट पर्वत के पास मुश्किल हालातों में भी 20 हज़ार फ़ीट से 7 पर्वतारोहियों के शवों को खोज कर निकाला था, जिसकी सराहना पूरे विश्व में हुई थी.


आईटीबीपी के महानिदेशक ने कहा कि बल को पर्वतारोहण में अति विशिष्ट योगदान देने के लिए अब तक 7 पदमश्री और 12 तेनजिंग नोरगे अवार्ड से सम्मानित किया गया है. बल ने अब तक 4 बार एवरेस्ट पर आरोहण किया है, जिसमें 2012 में एवरेस्ट चोटी से सफलतापूर्ण स्कीइंग डाउन भी शामिल है.


उन्‍होंने बताया कि आईटीबीपी की देश के प्रति सेवा की यशस्वी परंपरा रही है. प्रशिक्षण और साहसिक गतिविधियां इसकी पहचान है. आईटीबीपी कर्मी जो  अधिक ऊंचाई वाले इलाकों और हिमालयों पर तैनात रहते है, उन्हें पर्वतारोहण और स्कीइंग संस्थान में प्रशिक्षण दिया जाता है . इस प्रकार विशिष्ट पर्वतारोहण आईटीबीपी कर्मियों के लिए एक आधारभूत गुण है.