नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) के मैच के बाद क्रिकेट पर कम बात हो रही है और बाकी के गैर-जरूरी मुद्दों पर ज्यादा बात हो रही है. कहा जाता है कि खेल दो देशों को जोड़ता है, लेकिन ऐसा लगता है कि इस मैच के बाद पहले के मुकाबले कड़वाहट और बढ़ गई है. मोहम्मद शमी की मुसलमान होने की वजह से फर्जी ट्रोलिंग हुई और एक ऐसी छवि बनाने की कोशिश हुई कि भारत में मुसलमान खिलाड़ियों के लिए हालात अच्छे नहीं हैं.


मोहम्मद कैफ ने इस पूरे मुद्दे पर की बात


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस पूरे मुद्दे पर भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और आप सबके चहेते मोहम्मद कैफ ने बात की. His Name is Mohmmad Kaif and He is a Proud Indian. आज मोहम्मद कैफ बताया कि भारत में एक सच्चे मुसलमान होने का मतलब क्या है?


देखें वीडियो



मुसलमान होने की वजह से हुई शमी की फर्जी ट्रोलिंग


24 अक्टूबर को हुए मैच में भारत के पाकिस्तान के हारने के बाद मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की मुसलमान होने की वजह से फर्जी ट्रोलिंग हुई थी. पाकिस्तान के कुछ ट्विटर हैंडल से शमी के खिलाफ मुट्ठीभर ट्वीट हुए और हमारे देश के ब्लू टिक वाले अकाउंट ने इस फर्जी ट्रोलिंग को हाथों हाथ ले लिया. इन लोगों ने इस फर्जी ट्रोलिंग की सच्चाई तक जानने की कोशिश नहीं की और भारत के खिलाफ शुरू हुआ ये दुष्प्रचार बड़े पैमाने पर फैल गया.


कैफ ने बताया भारत में सच्चा मुसलमान होने का क्या मतलब?


इस ट्रोलिंग के बाद देश में ये बहस शुरू हो गई कि भारत का मुसलमान आज किस हालत में हैं. इस सवाल का जवाब भारतीय टीम के एक पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने Zee News के लिए लिखे अपने लेख में किया है. वो इस लेख में बताते हैं कि एक बार जब वो पाकिस्तान के दौरे पर खेलने गए थे तो वहां बहुत सारे लोग उनसे ये जानना चाहते थे कि भारत में मुसलमान होना कैसा है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि एक मुसलमान होते हुए उन्होंने उस भारत को अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जिताया है, जिसके राष्ट्रपति भी डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम हैं. वो इसी लेख में ये भी बताते हैं कि उनकी पत्नी हिन्दू हैं, लेकिन परिवार में आज भी ईद के साथ दिवाली का भी जश्न मनाया जाता है. वो ये भी कहते हैं कि भारत का राष्ट्रीय ध्वज उन्हें हमेशा गौरांवित करता है. (मोहम्मद कैफ का पूरा ब्लॉग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)