नई दिल्ली: डीएनए (DNA) में अब बात पोस्ट कोविड पर आई एक नई स्टडी (Latest study on Post-Covid) रिपोर्ट की करेंगे, जिसके मुताबिक कोरोना से रिकवर यानी ठीक हो चुके लोगों में हाई बल्ड प्रेशर (High BP) की समस्या सबसे ज्यादा देखी जा रही है. ये स्टडी दिल्ली के मूलचंद अस्पताल में की गई है.


पोस्ट कोविड स्टडी के नतीजे


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में 46% मरीज ऐसे हैं, जिनका कोरोना के बाद ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) बढ़ गया. अस्पताल ने इस पर अध्ययन करने के लिए OPD में आने वाले मरीजों की निगरानी की तो पता चला कि जिन मरीजों की उम्र 55 से 70 वर्ष के बीच थी, वो अब कोरोना के बाद हाई ब्ल्ड प्रेशर (High Blood Pressure) से संघर्ष कर रहे हैं. यानी पोस्ट कोविड के बाद मरीजों में दिखने वाला ये सबसे बड़ा लक्षण है.


High Blood Pressure के बाद कई मरीजों में ह्रदय से जुड़ी बीमारियां भी देखी गईं. अध्ययन में पता चला कि कोरोना से ठीक हो चुके कई युवाओं के ह्रदय की गति असामान्य ढंग से तेज हो गई है. इसके अलावा नींद ना आना, सांस लेने में तकलीफ होना और थकान से कई मरीज संक्रमण के बाद संघर्ष कर रहे हैं.


ICMR की स्टडी के नतीजे


इसे आप Indian Council of Medical Research की एक नई Study से समझ सकते हैं. ये एक और शोध की रिपोर्ट आई है. जिसके मुताबिक दूसरी लहर में जिन लोगों को कोरोना हुआ, उनमें सबसे ज़्यादा 27.6% मरीजों को पहले से Hypertension की बीमारी थी.


5% मरीज ऐसे थे, जिन्हें मधुमेह (Diabetes) थी. 4% मरीज वो थे, जिन्हें पहले से ह्रदय से जुड़ी बीमारियां थी.और 1% उन लोगों को कोरोना हुआ, जिन्हें सांस की बीमारी थी. ये खतरनाक ट्रेंड पहली लहर में संक्रमित हुए लोगों में भी दिखा.



ICMR ने ये स्टडी कोरोना की पहली और दूसरी लहर में संक्रमित हुए करीब 19 हजार लोगों पर की. एक लाइन में कहें तो कोरोना की बीमारी में High Blood Pressure खतरनाक हो सकता है और अगर आपको ऐसा लग रहा है कि आपको ये बीमारी नहीं है तो Study कहती है कि कोरोना होने के बाद पोस्ट कोविड में इसके लक्षण दिखने संभव हैं. हालांकि हम पोस्ट कोविड मरीजों को इससे बचाव के लिए कुछ टिप्स (Tips) भी देना चाहते हैं.


हेल्थ टिप्स


अगर आप पहले से कोई दवाई ले रहे हैं, तो उसकी डोज बढ़ाने या कम करने के लिए डॉक्टर से जरूर बात करें. प्रतिदिन योग जरूर करें. ठीक होने के तुरंत बाद पहले की तरह जिम जाकर घंटों एक्सरसाइज ना करें. इसके लिए भी आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं. सिगरेट और शराब का सेवन बिल्कुल ना करें. वहीं कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें. इसी तरह अपना Bloop Pressure दिन में नियमित तौर पर दो बार जरूर चेक करें.


रक्त चाप का स्तर यूं समझें


एक स्वस्थ शरीर में Upper ब्लडप्रेशर 120 और Lower ब्लडप्रेशर 80 होना चाहिए. हालांकि नये मानकों के हिसाब से इसमें थोड़ा बदलाव किया गया है. अब अगर अपर ब्लडप्रेशर 130 और लोवर ब्लडप्रेशर 90 हो तो भी इसे सामान्य ब्लड प्रेशर मान लिया जाता है. लेकिन अगर आपका Upper BP 140 से ऊपर है और Lower BP 90 से ऊपर जा चुका है और ऐसा लगातार होता है तो संभव है कि आप Hyper-Tension के मरीज हों. ऐसे में आपको देरी नहीं करनी है और फौरन डॉक्टर से संपर्क करना है.