Elon Musk X News: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X का दावा है कि उसे भारत सरकार ने कुछ पोस्‍ट और अकाउंट्स पर रोक लगाने को कहा है. दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति, एलन मस्क की कंपनी ने गुरुवार को आधिकारिक बयान जारी किया. X (पहले ट्विटर) का कहना है कि भारत सरकार ने आदेश जारी किया था, जिसका उसने पालन किया. कंपनी की ग्‍लोबल अफेयर्स टीम ने लिखा कि वह इस कार्रवाई से सहमत नहीं है. X का यह बयान केंद्र सरकार के इमरजेंसी ऑर्डर के बाद आया है. सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, रेडिट, X और स्‍नैपचैट जैसी कंपनियों से 177 अकाउंट्स और पोस्‍ट्स को हटाने को कहा था. हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक, MeitY ने यह आदेश गृह मंत्रालय की सलाह पर जारी किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन अकाउंट्स/पोस्‍ट्स को ब्लॉक करने को कहा गया था, वे किसान आंदोलन से जुड़े हैं.


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X की ग्‍लोबल अफेयर्स टीम ने ऑफिशियल हैंडल पर लिखा, 'भारत सरकार ने एक्‍जीक्‍यूटिव ऑर्डर जारी किए हैं, जिनके तहत X को कुछ अकाउंट्स और पोस्ट्स पर कार्रवाई करने की जरूरत है.' कंपनी ने कहा, "आदेशों का पालन करते हुए, हम इन अकाउंट्स और पोस्‍ट्स को केवल भारत में ही रोकेंगे. हालांकि, हम इन कार्रवाइयों से असहमत हैं और मानते हैं कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इन पोस्‍ट्स तक विस्तारित होनी चाहिए." X ने कहा कि भारत सरकार के आदेश के खिलाफ उसकी अपील लंबित है. कंपनी ने कहा, 'हमने प्रभावित यूजर्स को इन कार्रवाइयों की सूचना भी दी है.' X ने कहा कि वह भारत सरकार के आदेश को सार्वजनिक करना चाहती है लेकिन कानूनी प्रतिबंधों के चलते मजबूर है.


कंपनी ने अपने बयान में कहा, "कानूनी प्रतिबंधों के कारण, हम एक्‍जीक्‍यूटिव ऑर्डर्स को पब्लिश करने में असमर्थ हैं, लेकिन हमारा मानना है कि पारदर्शिता के लिए उन्हें पब्लिक करना जरूरी है. ऐसा न करने से जवाबदेही में कमी आ सकती है और मनमाने ढंग से निर्णय लिए जा सकते हैं."


भारत सरकार ने कुछ खातों और पोस्‍टों पर कार्रवाई को कहा, X का दावा

'लोकल सरकार की बात तो माननी होगी: मस्क'


X के मालिक एलन मस्क ने पिछले साल कहा था कि उनकी कंपनी के पास स्थानीय सरकार की बात मानने के सिवाय दूसरा कोई चारा नहीं है. तब X का नाम Twitter हुआ करता था. Twitter के फाउंडर जैक डॉर्सी ने दावा किया था कि आदेश न मानने पर भारत सरकार ने ट्विटर पर ताला लगाने की धमकी दी थी. इसी दावे से जुड़े सवाल के जवाब में मस्क ने कहा था कि 'ट्विटर के पास स्थानीय सरकारों की बात मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. यदि हम स्थानीय सरकार के कानूनों का पालन नहीं करते हैं तो हम बंद हो जाएंगे.'