`ईवीएम के लिए किसी ओटीपी की जरूरत नहीं`, रिपोर्ट पर बरसा चुनाव आयोग, भेजा नोटिस
EVM Row: चुनाव आयोग ने कहा, आज एक न्यूजपेपर में खबर आई कि ईवीएम को एक फोन से अनलॉक किया जाता है. यह बिलकुल गलत है. ईवीएम में किसी फोन या OTP की जरूरत नहीं है. यह पूरी तरह वायरलेस प्रोसिजर है और स्वतंत्र है. यह खबर गलत है.
Election Commission on EVM: ओटीपी के जरिए ईवीएम अनलॉक का दावा करने वाली मिड डे अखबार की रिपोर्ट को चुनाव आयोग ने रविवार को नकार दिया है. चुनाव आयोग ने कहा, 'आज एक न्यूजपेपर (मिड डे) में खबर आई कि ईवीएम को एक फोन से अनलॉक किया जाता है. यह बिलकुल गलत है. ईवीएम में किसी फोन या OTP की जरूरत नहीं है. यह पूरी तरह वायरलेस प्रोसिजर है और स्वतंत्र है.
चुनाव आयोग ने साफ कहा कि ईवीएम हैक नहीं हो सकती. यह खबर गलत है. जिस अखबार में यह खबर आई है, उसे हमने गलत खबर फैलाने के लिए धारा 499 और 505 के तहत नोटिस भेजा है.' चुनाव आयोग ने कहा, 'ENCORE एक ऐसा सिस्टम है, जिसपर डाटा अपलोड करते हैं. इसका ईवीएम से कोई लेना देना नहीं है. हमने ENCORE ऑपरेटर पर भी एफआईआर दर्ज कराई है.'
दरअसल मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर चल रहे विवाद को देखते हुए इलेक्शन कमीशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर रिकाउंटिंग के बाद एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना से उम्मीदवार रविंद्र वायकर 48 वोट से जीत गए थे. इसपर उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर ने कई सवाल खड़े किए.
इस मामले में मुंबई के वनराई पुलिस स्टेशन में रविंद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पंडिलकर और ( ENCORE) ऑपरेटर दिनेश गौरव पर एफआईआर दर्ज़ की गई है. आरोप है कि मंगेश पंडिलकर ने काउंटिंग सेंटर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया.
दरअसल मिड डे अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चुनाव आयोग के अधिकारी गौरव के पास एक मोबाइल था, जो वोटिंग के दौरान ओटीपी जनरेट करता था. इसी फोन को वायकर के करीबी पांडिलकर उपयोग कर रहे थे. पुलिस को संदेह है कि इस फोन का इस्तेमाल शाम को 4 बजे के बाद तक हुआ था. उस वक्त इस सीट पर दोनों ही नेताओं के बीच कड़ी टक्कर चल रही थी.