नई दिल्ली: ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन (All India Taxi Union) ने नए कृषि कानून (Agricultural Law) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers Protest) के आंदोलन का समर्थन किया है. हालांकि यूनियन ने स्पष्ट किया है कि वह हड़ताल नहीं करेगी. इससे पहले खबर आई थी कि टैक्सी यूनियन ने सरकार को दो दिन मोहलत दी है. ऑटो रिक्शा एवं दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने कहा कि हम हड़ताल पर नहीं जाएंगे. किसानों के मुद्दे अलग हैं, हमारे मुद्दे अलग हैं. पूरी तरीके से गाड़िया चलेंगी.. किसानों के साथ हम भी हैं लेकिन हड़ताल करना कोई मसला नहीं है. 


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कृषि कानूनों के खिलाफ 5 दिनों से दिल्ली को घेरे हुए हैं किसान
बता दें कि संसद से पारित तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पंजाब-हरियाणा के किसान पिछले 5 दिनों से दिल्ली की सीमा पर पड़ाव डालकर आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं. उनके समर्थन में पश्चिमी यूपी के किसान भी गाजीपुर बॉर्डर पर जमे हुए हैं. किसानों की मांग है कि सरकार इन कृषि कानूनों को रद्द करने के साथ ही फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) लागू करे. पंजाब के किसानों को बिचौलियों का राज खत्म करने के सरकार के फैसले को भी वापस लेने की मांग की है. 


राजनाथ कर सकते हैं सरकार-किसानों के बीच बातचीत का नेतृत्व
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सरकार और किसानों के बीच बातचीत का नेतृत्व कर सकते हैं. कृषि मंत्री के अलावा कई और मंत्री शामिल हो सकते हैं. किसानों की मीटिंग में बातचीत में शामिल होने पर फैसला होगा. कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे. 
आंदोलन को देखते हुए आज दोपहर 3:00 बजे सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है.  कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों को सरकार से बातचीत का निमंत्रण मिला है. दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन में बैठक होगी. इस बैठक में किसानों के साथ कोई बीच का रास्ता निकलने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है. 


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