Farmers Protest Live Update: देशभर में किसानों का Chakka Jam, जानिए अपडेट
Chakka Jam Live Update: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ड्रोन कैमरे से देश की राष्ट्रीय राजधानी की निगरानी कर रही है. किसानों के चक्का जाम को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है. दिल्ली-एनसीआर में पुलिस और पैरामिलिट्री के 50,000 जवानों को तैनात किया गया है.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. किसान हटने के लिए तैयार नहीं हैं. इस बीच आज शनिवार को किसानों ने दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देशभर में चक्का जाम (Chakka Jam) करने का ऐलान किया है. ऐसे में दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है. 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद पुलिस दोबारा ऐसा किसी भी हालत में नहीं होने देना चाहती है. यहां जानिए किसानों के चक्का जाम का Live Update:
- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो यही बैठेंगे. 2 अक्टूबर तक बैठेंगे. हम भी सरकार से बात करने के लिए तैयार हैं. हम तो शांति पूर्वक बैठे हैं. हम लोगों को कुछ इनपुट मिला था कि चक्का जाम में कुछ गड़बड़ी हो सकती है इसलिए हमने चक्का जाम स्थगित कर दिया.
- दिल्ली में आईटीओ के पास एक वामपंथी महिला संगठन ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया. दिल्ली पुलिस ने इन प्रदर्शनकारी महिलाओं को हिरासत में ले लिया है. इस महिला संगठन का नाम जनवादी महिला समिति है.
- दिल्ली में जेएनयू के छात्रों के साथ कुछ वामपंथियों के एक ग्रुप ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया. जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
- दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने घायल पुलिस वालों के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया. इस वीडियो मैसेज में उन्होंने दिल्ली पुलिस को एक परिवार बताया और पुलिस वालों के हौसले की तारीफ भी की.
- मध्य प्रदेश के भोपाल में भी किसानों ने चक्का जाम किया. किसानों के साथ कांग्रेस नेताओं ने नेशनल हाइवे को बाधित किया. आंदोलनकारियों ने नरसिंहगढ़ ब्याबरा नेशनल हाइवे जाम किया.
- दिल्ली में विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन, मंडी हाउस, आईटीओ, लाल क़िला, जामा मस्जिद, जनपथ, केंद्रीय सचिवालय और दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एक्सिट गेट को बंद किया गया.
- किसानों के चक्का जाम को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ी तैयारी की है. टिकरी बॉर्डर पर 21 लेयर की सुरक्षा है. बैरिकेडिंग और कटीले तार लगाए गए हैं. भारी पुलिसबल तैनात किया गया है.
- दिल्ली के टिकरी बॉर्डर को एक अभेद किला बना दिया गया है. लाख कोशिशों के बाद भी अब दिल्ली के अंदर किसान आंदोलनकारी नहीं घुस सकते हैं. पुलिस ने किसानों के टेंट के पास पहली और दूसरी लेयर में सामान्य बैरिकेड लगाए हैं. उसके बाद बड़े-बड़े पत्थरों की तीसरी लेयर बनी है. चौथी लेयर में फिर बैरिकेड हैं. उसके बाद पांचवी लेयर में नुकीली कीलें लगाई गई हैं. छठी लेयर में बड़े-बड़े पत्थरों के ऊपर कांटेदार तार लगाए गए हैं.
- इसके बाद सातवीं लेयर में पुलिस ने रोड रोलर खड़े कर दिए हैं. उसके ऊपर जाल भी लगा दिए हैं, जिससे अगर कोई पथराव होता है तो जाल की वजह से बचाव हो जाए. आठवीं लेयर में फिर बड़े-बड़े पत्थर लगाए हैं. नौवीं लेयर में वज्र वाहन खड़े कर दिए हैं. उसके बाद दसवीं लेयर में फिर बड़े-बड़े पत्थरों की एक दीवार बनाई गई है. उसके बाद बड़े-बड़े ट्रोला और कंटेनर की कई सारी लेयर बना दी गई हैं ताकि कोई भी किसान किसी भी हाल में दिल्ली की सीमा में दाखिल ना हो पाए.
- सिंघु बॉर्डर पर 7 लेयर की सुरक्षा है. 7 लेयर की सुरक्षा बनाने में कंक्रीट, फेंसिंग और बैरिकेड का इस्तेमाल किया है. चौथी लेयर के बाद सभी का अंदर जाना माना है.
- गाजीपुर बॉर्डर पर 13 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. किसानों के चक्का जाम को देखते हुए यहां भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
- दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ड्रोन कैमरे से देश की राष्ट्रीय राजधानी की निगरानी कर रही है. किसानों के चक्का जाम को देखते हुए पुलिस अलर्ट पर है. टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ड्रोन से नजर रख रही है.
- किसानों के चक्का जाम के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में पुलिस और पैरामिलिट्री के 50,000 जवानों को तैनात किया गया है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है.
- दिल्ली के लोनी बॉर्डर पर सिक्योरिटी को बढ़ा दिया गया है. यहां भी पुलिस ड्रोन के जरिए निगरानी कर रही है. 26 जनवरी जैसी हिंसा दोबारा ना हो, इसके लिए पुलिस पूरी कोशिश कर रही है.
ये भी पढ़ें- पिता ने की रोती हुई 20 महीने की मासूम की हत्या, पत्नी ने मिठाई के लिए मांगे थे 5 रुपये
- दिल्ली के बॉर्डर पर किसान आंदोलनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई है. उपद्रवियों को रोकने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर वाटर कैनन को भी तैनात किया गया है.
- नई दिल्ली में मिंटो ब्रिज के पास भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. आंदोलनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी की गई है.
- लाल क़िला के पास भी सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. बड़ी संख्या में पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों को यहां तैनात किया गया है. 26 जनवरी को किसानों के आंदोलन की आड़ में लाल क़िला में उपद्रिवियों ने बहुत उत्पात मचाया था.
LIVE TV